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प्रेम के रंग की लालीमेंहदी से रचीपिया के नाम कीसिंदूर तेरे नाम कासजाया अपने मांग मेंकाले मोती की डोर सेअटूट रिश्ता जुड़ा तुमसेमेरे सोलह श्रृंगार का आधार तुममांग के सिंदूर से पांव के बिछुए तकमेरी
रंग से मत तौल इश्क़ कोराधा भी थी दीवानी सांवरे के प्यार में