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Very nice 👌
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आज उसके पापा की तेरहवीं है।वो अपने अपने पापा से बहुत प्यार करती थी ।उसके पापा भी उस पर अपनी जान छिड़कते थे। उसके पापा मानो उसके पापा नहीं उसके दोस्त थे । सपना एक सीधी-सादी मरी क्लास फैमिली की लड़की। उ
अब राजेश को जीवन यापन करने के लिए छोटा छोटा मोटा सा काम करना पड़ा।व्यापार ठप हो जाने की वजह से सपना और राजेश किराए के मकान में रहने लगे। 2 साल बीत जाने के बाद भी राजेश के व्यापार में जरा भी सुधार नहीं
रामकिशन जी सपना के जीवन में चल रही उथल-पुथल की वजह खुद को मान रहे थे।किसी जमाने में राम किशन जी के खुद के घर में किराएदार रहा करते थे और आज उनकी खुद की बेटी किरायदार बन दर-दर भटक रही थी। उधर सपना