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ग़ज़ल

6 अप्रैल 2020

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हम तुम्हें अब ये बताना चाहते हैं

हम सभी से दूर जाना चाहते हैं


घर में बेटी कैदकर के रखने वाले

चार-सू चिड़िया उड़ाना चाहते हैं


आँख से आँसू गिराकर उम्रभर हम

प्यास होंठो की बुझाना चाहते हैं


हम सियासत क्या करेंगे आप करिये

हम तो अच्छा आबदाना चाहते हैं

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