13 सितम्बर 2022
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आपको इस संसार के विश्वासघाती मनुष्यों से बचना है ..तो क्षणीक जान - पहचान में किसी पर विश्वास मत करो.क्योंकि इस संसार में विश्वासघाती बहुत है.. ।😔😔😔😔😔😔😔😔
काश भीतर झांकता आईना ...आज ये दुर्दशा ना होती ...प्यार के नाम पर ...सौदेबाजी ना होती ...💔✍🏻
दिल के घाव, जब दिमाग पर भारी पड़ जाएँतो लोग उसे अक्सर "सनक" का नाम देते हैंजो जूनुन भी है और सुकून भी ।सनक अकेलापन देती हैपर कुछ लोग होते हैं ..जिनकी सनक उनकी सबसे बडी ताकत होती है।
🔥🔥आग की आदत होती हैसबकुछ जलाकर खुद खाक हो जाने की ।🔥🔥
🌺आखिर उसने मुझे सीखा ही दिया🌺🌷कि किसी को हद से ज्यादा🌷💐चाहना भी बुरी बात होती है💐🌹जब वक्त साथ देता है तो ....🌹🏵️बंदा हर किसी को मात देता है।🏵️
इत्तेफाक का दूसरा नाम है किस्मत,और किस्मत से कोई नही लड़ सकता,जिंदगी से लेकर मौत तक, सिर्फ एककिस्मत ही तो है, जो साथ देती ,है पर किस्मत की नजर से आज तककोई नही बचा है,खुद किस्मत भी नही ।
"ये बात सच है पर कड़वी है"कभी भी किसी पे आँखे बंद कर विश्वास मत करो ।अक्सर लोग अपने दोस्त पे आँखे बंद कर के विश्वास करने लगते है, जो की गलत है । क्या पता वो तुम्हारे सामने अच्छा बनने का ढोंग रच रहें ह
तुमको पाना उसका इश्क ही होये जरूरी नहीं ...उसका जुनून भी हो सकता है . . .
ये प्यार भी क्या चीज है यार ,किसी की जिंदगी खुशीयों से भर देती हैवही तो किसी को जिंदगी भर के लिए गम दे जाती है।
दिल चाहता है कि मुझे वो किसी मोड़ पर मिल जाये..यही तो मेरी अरदास🤲🤲 है....लगता है बन्दा कुछ खास है...वो यही कही मेरे आस - पास है ।
गलियों में ढूढा , शहरो में ढुढा ...क्या पता? कही मिल जाये मुझे ...मेरे इंतजार में किसी मोड़ पे खड़ा ?
वो जो हँसती है..उनका वो मुस्कुराना...धीरे से नजरें उठाकर....चोरी से मुझे देख जाना....उफ्फ.... कातिलाना.... उनकी मासूमियत......वो चश्में के अंदर की आंखें.....वो शरमा के नजरें झुकाना....उफ्फ
🌺कुछ रिश्ते टूट जाते है 🌺🌻लेकिन उस रिश्ते से बने❤️🌺इंसाम नहीं छूटते ...🌻🌹हो सके तो रिश्तो को🥀🥀छोड़ना सिखिए,🌻🤵इंसान से बंधन अपने- आप🥀💔टूट जाएगा💔
उसने कहा - क्या बात है , बड़ी खुश लग रही हो?मैने बोला- मुझे मिली है खुशीयाँ, खुश होउ भी नामेरी खुशीयों से तुझे कोई प्रॉब्लम है का?ये जिन्दगी है मिली, उसमें खुशी आयेगी ही...खुशी से जीने मे कोई प्रॉब्लम
ये समय रूपी छोटी सी जिन्दगी मिली है..इसे यू बर्बाद न कर..चल कुछ कर, कुछ तो कर..दूसरो के लिए ना सही..खुद के लिए तो कर..