शब्द हो गए दफन , आपकी शहादत को क्या लिखूं ?
आक्रोश से फाड़ दूँ पन्नो को,या गुस्सा उतारूँ सड़कों पर ?अपने खौलते खून को देखूँ ,या निंदा देखूँ टीवी पर ?मैं माँ - बहन का दर्द लिखूँ ,या पत्नी की आँखें सर्द लिखूँ ?मुल्क के हालात लिखूँ ,या अपने जज्बात लिखूँ ?हर किसी का जोश लिखूँ ,या नेताओ