शोला नहीं, अंगार करो
एक नहीं अब सौ-सौ बार करो,
प्रतिदिन ऐसे ही पलटवार करो।
सारा पाकिस्तान भस्म हो जाए,
रणनीति अब कोई ठोस तैयार करो।
आज मत करना श्रृंगार की बातें
नहीं करना किसी सरकार की बातें
बंद आज सारे गीत मल्हार करो
रणनीति अब कोई ठोस तैयार करो।
ललकार है आ जाओ अब रण में
मिला दो दुश्मन को कण-कण में
खुद को शोला नहीं, अंगार करो
रणनीति अब कोई ठोस तैयार करो।
भारत का मस्तक है झुकेगा नहीं
यह वीरों का रथ है रुकेगा नही
कोई तो नासमझ को शर्मसार करो
रणनीति अब कोई ठोस तैयार करो।
पाक में भी तिरंगा हम फ़हरा देंगे
अपने इस मिशन को पार लगा देंगे
एक नहीं हर हद को अब पार करो
रणनीति अब कोई ठोस तैयार करो।
भारत का तन और मन रो रहा है
मेरा यह खुशनुमा चमन रो रहा है
भुलाकर गिले इसकी नय्या पार करो
रणनीति अब कोई ठोस तैयार करो।