नाहं कामये राज्यं न जातिर्न पुनर्भवम, कामये दुःखतप्तानाम प्राणिनाम आर्त्तनाशनम ।
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पहाड़ी नदी और युवा जोश इक समान। ईसलिए स्वार्थी नेता नेपथ्य से ही नेतृत्त्वविहीन आंदोलन चला रहे हैं।