उत्सुक, खोजी, कलाकार, कवि,
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क्यों ? क्यों कबूतर की सफेदी क्यों सहिष्णुता के मोती क्यों गगन का नीलापन ये क्यों अमन के ये साथी और प्यार के वे पाती धुंधलके में खो रहे हैं ? प्यार के दिलबाग नगमे कल के वे रंगीन सपने वे दिल-अजीज़ अपने पराये क्यों हो रहे हैं? सांप्रदायिक सौहर्द्र की वो भावना क्यों खो रही है? आपस में लिपटी जै