कहानीकार, कवि,पत्रकार।
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स्त्री जब प्रेम में डूबती है... उसका पूरा शरीर बगीचा हो जाता है। आशाओं के बिटपों, आसक्ति के पुष्पों, मदहोशी की लताओं और समर्पण के पल्लवों की अस्सीम ऊर्जा से युक्त अलौकिक बगीचा। प्र