राधे राधे सुरीली 🙏🏻 🌹 🙏🏻कैसी हो... अच्छी तो हो ना.. 😊
हाँ आज हम तुमसे कुछ नई नई बातें करेंगे। कुछ अपने अनुभव साँझा करेंगे...
हाँ सुरीली.. पिछले दस दिनों के अनुभव।
पता है ना तुम्हें, दस दिन पहले क्या हुआ था...?
हाँ... हाँ... 26 जनवरी को ही, हमारे गणतंत्र दिवस वाले दिन। उस दिन रात दस बजे के आसपास उस दंगे के कारण हमारे क्षेत्र की इन्टरनेट सेवायें बंद कर दी गई। हमने सोचा चलो कोई नहीं कल शाम पांच बजे तक आ जाएगा। सरकार भी विवश है ये कठोर कदम उठाने के लिए।
अगले दिन शाम साढ़े पांच बजे तक इन्टरनेट सेवायें बहाल भी हो गईं किन्तु ये क्या एक बार फिर अनिश्चित कालीन इन्टरनेट सेवायें बंद कर दी गईं। अब तो हम परेशान... अब क्या करें। ये भी पता नहीं कि इन्टरनेट कब चालू होगा। और तो और हद तो तब हो गई जब दो दिन बाद लगभग सारे ही हरियाणा में इन्टरनेट बंद कर दिया गया।
पर सारे हरियाणा में हाई कोर्ट के आदेश पर तीन दिन में इन्टरनेट शुरू हो गया। किन्तु हमारा क्या....? हम तो सिंघु बॉर्डर के निकट कुंडली के पास ही रहते हैं। हमारा तो इन्टरनेट बंद होने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई और हमारा लेखन - पठन सब रुक गया। यहां तक कि हम किसी को एसएमएस तक नहीं कर सकते थे। फिर यहां के लोगों ने भी कोर्ट में याचिका दायर की और बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई को सामने रखकर और इन्टरनेट से जुड़ी जरूरी आवश्यकताओं को सामने रखकर उनसे इन्टरनेट सेवायें दुबारा चालू करने के लिए कहा गया।
चंडीगढ़ हाई कोर्ट के आदेश पर आज शाम लगभग सात बजे हमारी इन्टरनेट सेवायें वापिस शुरू हुई। अभी भी ऐसा लग रहा है कि सुबह उठेंगे और कहीं इन्टरनेट बंद ना मिले। हाँ सुरीली सच में, बहुत परेशान हो गए थे हम। और तो और तुमसे भी मिलना नहीं हो पाया हमारा।
आज कितना अच्छा लग रहा है। ऐसा लग रहा है मानो कितने दिन बाहर रह कर आज घर में घुसे हों। और हमारे परिवार से मिल कर एक अनूठी ही खुशी हो रही है चाहे वो हमारे लाडले हों, बहनें हो, मित्र हों, चाची और ताई हों, बच्चे हों, बहने हों.... आप सबसे मिलकर बहुत सुखद अनुभव हो रहा है। 😊 😊 😊
अच्छा... अब आज्ञा दीजिए। फिर मिलेंगे एक नई बात के साथ 🙏🏻 🌹 🙏🏻 🌹 🙏🏻
राधे राधे 🌹 🙏🏻 🌹
दिनाँक - ८ - २ - २१
तुम्हारी सखी
राधा