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ताप- परिताप ( उपन्यास)

डॉ. निशा नंंदिनी भारतीय

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आमुख "ताप-परिताप"उपन्यास उदय नामक एक ऐसे लड़के की कहानी है जो स्कूली अवस्था से ही दिग्भ्रमित होकर बुरी संगति में पड़ जाता है। माता पिता के बहुत समझाने पर भी उसे कोई असर नहीं होता है। उदय के लिए उसके दोस्त माता-पिता से ज्यादा महत्व रखते हैं। थक हार कर माता-पिता भी उदय को भगवान भरोसे छोड़ देते हैं। समय बहुत बलवान है। एक समय ऐसा आता है कि उदय को अपने किए पर बहुत पछतावा होता है लेकिन "का वर्षा जब कृषि सुखाने" व्यक्ति जब समय रहते नहीं सचेत होता है तो पश्चाताप के आँसुओं के अतिरिक्त कुछ हासिल नहीं होता है। ठीक ही कहा गया है समय निकल जाने पर मानव सिर धुन- धुन पछताता है। लाख जतन कर लो पर खोया समय नहीं आता है। समय बहुत कीमती है उसके महत्व को समझ कर एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रखना चाहिए। बड़ों के अनुभव से सीख लेना चाहिए। माता पिता का सम्मान करना चाहिए। यह उपन्यास हमें ये सब प्रेरणा देता है। मित्रता सोच समझकर करनी चाहिए। विद्यार्थी जीवन में संगति बहुत मायने रखती है। "अच्छा मित्र मिल जाए तो माटी सोना बन जाती है। और बुरा मित्र पाने पर जागी किस्मत सो जाती है।" कोयले की संगति में रहने पर हाथ का काला होना तो स्वाभाविक ही है। गलती हर किसी से होती है... पर एक गलती दुबारा नहीं होना चाहिए.. इसलिए कहा गया है - गल्ती कीजिए, आगे बढ़िए। अंत में उदय अपने कुकर्मों को छोड़कर अपने मकान को घर बनाने की पुरजोर कोशिश करता है। उसके पग घर की तरफ लौटने के लिए बेचैन हो जाते हैं...और इस कोशिश में वह कामयाब भी होता है। लौटते पगों के सहारे वह टूटे हुए मकान को घर का रूप देने पुनः जुट जाता है। आशा है उपन्यास "ताप-परिताप" पाठकों को कुछ न कुछ अवश्य देकर जायेगा। डॉ. निशा नंदिनी भारतीय तिनसुकिया, असम  

taap pritaap upnyaas

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पुस्तक के भाग

1

(भाग-1)उदय का परिवार

27 मई 2022
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उदय का परिवार उदय के पिता श्री जगमोहन शर्मा और माँ विमला शर्मा उदय को समझा-समझा कर थक गए थे... पर उदय पर उनकी बातों का कोई असर नहीं होता था। 29 साल का उदय पूरी-पूरी रात जाग कर दोस्तों के साथ मौज-मस्

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(भाग-2)उदय का बदलता स्वरूप

28 मई 2022
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(भाग-2 ) उदय का बदलता स्वरूप किशोरावस्था से ही दिग्भ्रमित होकर उदय इतनी बुरी संगत में पड़ गया था कि उसे अपने माता-पिता के बीमार होने की तनिक भी चिंता नहीं थी। जब जगमोहन बाबू ने उ

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(भाग-3)जगमोहन का परिचय

29 मई 2022
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(भाग- 3) जगमोहन का परिचय उदय के पिता जगमोहन बाबू का जीवन बहुत गरीबी में बीता था। पिता मुंगेरीलाल एक साधारण से किसान थे। कच्चा घर था। बालक जगमोहन पिता के साथ खेती में हाथ बटाता...रात में सड़क

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(भाग-4)उदय का जन्म

29 मई 2022
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भाग-4 उदय का जन्मदेखते ही देखते जगमोहन और विमला की शादी को पांच साल बीत गए पर कोई संतान नहीं थी। मुंगेरीलाल लाल ने बहुत से पंडितों को दिखाया। झाड़-फूंक व पूजा-पाठ करवाया पर कोई लाभ नहीं हु

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(भाग-5 )बीना का परिचय

2 जून 2022
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(भाग-5) बीना का परिचय जगमोहन और विमला ने उदय, सदय और बीना को सगे बहन भाईयों की तरह ही पाला था। बीना उदय से छोटी व सदय से बड़ी थी। तीन बच्चों से भरा-पूरा परिवार था। साथ में दादी थी

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(भाग-6) इंस्पेक्टर बीना की खोज

2 जून 2022
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भाग-6इंस्पेक्टर बीना की खोजअब इंस्पेक्टर बीना ने अपनी पूरी टीम तैयार की...और पूरी मुस्तैदी से कालू दादा और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए लग गई। हरेक दिन एक-एक गांव का दौरा किया गया...आस-पास के जंगल

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(भाग-7)इंस्पेक्टर बीना की योजना

2 जून 2022
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(भाग- 7)इंस्पेक्टर बीना की योजना अब इंस्पेक्टर बीना को कालू दादा के ठिकाने का पता लग चुका था। बीना ने उसके गैंग को पकड़ने के लिए योजना बनाना शुरू कर दिया। सबसे पहले बीना ने अपने साथियों के स

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(भाग-8) कालू की गिरफ्तारी

2 जून 2022
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(भाग-8) कालू की गिरफ्तारी सुबह के सात बज चुके थे। चाची ने आवाज दी। बीना...ओ बीना... बेटा...जल्दी उठ जा। आज तो तुझे कालू को गिरफ्तार करना है और...उदय को घर लाना है। चाची की आवाज सुनकर बीना अनमनी सी उ

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भाग-9 उदय का पश्चाताप

16 जून 2022
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भाग-9 उदय का पश्चाताप बीना रविवार के दिन बहुत देर से सो कर उठी। उठते ही उसने अस्पताल में फोन लगाकर उदय के विषय में पूछा? डॉक्टर उमेश ने बताया कि अब तबियत काफी ठीक है। खाना भी ठीक से खाया है।

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भाग-10 उदय का पुनर्जन्म

16 जून 2022
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भाग-10 उदय का पुनर्जन्म अनीता उदय की स्कूली जीवन की बहुत अच्छी दोस्त थी। वह मन ही मन उदय से बहुत प्यार करती थी...लेकिन उदय की हरकतों से परेशान होकर उसने उदय को तो छोड़ दिया...पर उदय के प्रति अपने

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भाग-11उदय और बीना का विवाह

16 जून 2022
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भाग- 11 उदय और बीना का विवाह अब परिवार के सभी लोगों ने सोचा कि उदय का विवाह कर देना चाहिए। दादी तो काफी दिनों से उदय के विवाह की रट लगाई हुई थीं। बीना व सदय की भी यही इच्छा थी कि उदय भैया का शीघ्

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भाग-12 उदय की शिक्षा (अंतिम भाग)

5 जुलाई 2022
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भाग-12 उदय की शिक्षा (अंतिम भाग) उदय और अनीता का गृहस्थ जीवन बहुत सुखमय में चल रहा था। दोनों का एक दूसरे के प्रति आत्मिक स्नेह था...दोनों के विचार भी एक दूसरे से बहुत मिलते थे। सादगीपूर्ण जीवन व्यतीत

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