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तेरा मेरा अक्स

13 दिसम्बर 2024

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पहला अध्याय: अनजानी दुनिया में प्यार का पहला नक्श

दिल का एक कोना था, जो खुद भी अनजान था कि किसी और के लिए धड़क सकता है। लेकिन जब ईरा की ज़िंदगी में आर्यन आया, तो हर शायद और हर लेकिन एक खूबसूरत हकीकत में बदलने लगे।

सुबह के सात बजे थे, और मुंबई की गलियाँ अभी भी नींद से जाग रही थीं। ईरा, जो एक शायरा और फ्रीलांस राइटर थी, अपनी पसंदीदा कॉफी शॉप "कैफे लैवेंड्रो" में बैठी थी। उसके चश्मे के पीछे छुपी उसकी गहरी नज़र हमेशा ज़िंदगी को एक अलग नज़रिए से देखती थी। आज का दिन भी उसके लिए आम दिनों जैसा ही लग रहा था। लेकिन ईरा को नहीं पता था कि आज का दिन उसकी ज़िंदगी हमेशा के लिए बदलने वाला था।

"एक्सक्यूज़ मी, ये चेयर खाली है?"

एक गर्म और आत्मविश्वास भरी आवाज़ ने उसका ध्यान तोड़ा।

ईरा ने चौंककर ऊपर देखा। एक लंबा, स्मार्ट लड़का, जिसके हाथों में एक स्केचबुक और आँखों में एक अलग सी चमक थी, उसके सामने खड़ा था।

"हाँ, खाली है," ईरा ने बिना ज़्यादा तवज्जो दिए कहा और फिर से अपने काम में लग गई। लेकिन उसकी उत्सुक निगाहें उस लड़के की हर हरकत को देखने लगीं। वो लड़का कुछ अलग था।

आर्यन ने बैठते ही अपनी स्केचबुक खोली और पेंसिल चलाने लगा। कुछ ही पलों में वो खुद अपनी कला में खो गया। ईरा की जिज्ञासा और बढ़ने लगी।

"तुम आर्टिस्ट हो?" ईरा ने पूछा, अपने लैपटॉप से नज़रें हटाकर।

"हाँ, और तुम?" आर्यन ने पेंसिल चलाते हुए जवाब दिया।

"राइटर," ईरा ने हल्की मुस्कान दी।

आर्यन ने एक पल के लिए पेंसिल रोकी, ईरा की तरफ देखा और कहा, "राइटर्स और आर्टिस्ट्स की दुनिया एक ही होती है, बस ज़रिया अलग होता है।"

ईरा ने इस लाइन को सिर्फ़ सुना नहीं, महसूस किया। बातचीत में कुछ अलग सा था। वो दोनों लगभग एक घंटे तक बातें करते रहे। ईरा ने आर्यन से उसकी स्केचेस के पीछे की कहानियाँ पूछीं, और आर्यन ने ईरा के लिखने के जुनून को समझा। हर बात के साथ दोनों एक-दूसरे की ज़िंदगी का हिस्सा बनते जा रहे थे।

उस दिन के बाद आर्यन ने ईरा को एक बात के लिए छेड़ना शुरू कर दिया—

"तुम राइटर हो और तुम्हारे शब्दों में एक अजीब सी झिझक है। क्या ईरा, तुम्हें कभी प्यार नहीं हुआ?"

ईरा ने बस मुस्कुराकर बात को टाल दिया, लेकिन उसके दिल में एक अजीब सी हलचल होने लगी थी। प्यार? शायद वो होने लगा था, या शायद ये बस आर्यन का आकर्षण था जो ईरा के दिल के दरवाज़े खोल रहा था।

क्या ये नई दोस्ती प्यार का रूप लेगी? या ये मुलाकात बस यूँ ही बीत जाएगी? ज़िंदगी के नए रंग इसी पहली मुलाकात में छुपे हुए थे।

जारी रहेगा...

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