shabd-logo

तोहफा

11 दिसम्बर 2021

34 बार देखा गया 34
empty-viewयह लेख अभी आपके लिए उपलब्ध नहीं है कृपया इस पुस्तक को खरीदिये ताकि आप यह लेख को पढ़ सकें
Anita Singh

Anita Singh

सुन्दर

24 दिसम्बर 2021

Anita Singh

Anita Singh

बेहतरीन

24 दिसम्बर 2021

Jyoti

Jyoti

Bahut khub

18 दिसम्बर 2021

10
रचनाएँ
कुछ सुलझी-अनसुलझी सी कहानियां
4.7
जिस्म में जो अहमियत ख़ून की होती है, कहानी में वो ही अहमियत इमोशन की होती है.
1

किसान

2 दिसम्बर 2021
8
6
6

<div align="left"><div align="left"><p dir="ltr">बेटे की चिट्ठी को हाथ में लेकर चांदनी खुशी-खुशी अंद

2

प्रेम वेदना

3 दिसम्बर 2021
5
5
3

<div align="left"><p dir="ltr">दुर्बलता, उदासीनता और निराशा जैसे उसके जीवन का अंग बन चुका था। ना जान

3

आत्मघात

4 दिसम्बर 2021
5
5
5

<div align="left"><p dir="ltr">खुशी और अमन की शादी को पूरे पांच बरस हो गये थे । वे अपने पारिवारिक जी

4

मातृप्रेम

7 दिसम्बर 2021
2
3
1

<div align="left"><p dir="ltr">हां, वह तो ठीक है चाचा जी, लेकिन आपने मानस को तो फोन नहीं किया था ना,

5

वायरल ऑडियो और वीडियो

9 दिसम्बर 2021
5
4
4

<div align="left"><p dir="ltr">ना जी पुरे पांच लाख से एक काम ना हो होंगे। आगे आपकी मर्जी सोच लो क्या

6

शापित गांव 

10 दिसम्बर 2021
7
4
4

<div align="left"><p dir="ltr">कुछ रहस्यमई घटनाएं जिन्हें सिर्फ वही मान सकता है जो उसमें खुद शामिल ह

7

तोहफा

11 दिसम्बर 2021
4
3
3

<div align="left"><p dir="ltr">सन 1886 जब जर्मन वैज्ञानिक हेनरिच ने अपना काम शुरू किया, और तब पहली ब

8

एलियन

27 मई 2023
0
1
0

आज सड़क किनारे भरी दोपहर मैंने एक बुढी मां को अपने अधेड़ उम्र के बेटे का सिर सहलाते हुए देखा, वह बहुत ज्यादा सुस्त प्रायः सा देखा, शायद बहुत बिमार रहा होगा, और दोनो भूखे भी......................और लोगों

9

वो यादगार गणतंत्र दिवस

26 जनवरी 2024
0
1
0

26 जनवरी 2013,,, हां बिल्कुल ठीक 11 वर्ष पूर्व नौकरी के शुरुआती कुछ साल काटने के बाद, संडे और पब्लिक हॉलिडे के चक्कर से ऊब चुका मेरा विद्यार्थी जीवन फिर से एक बार उन दिनों में लौट जाना चाहता था, जहां

10

प्रवासी

7 अप्रैल 2022
4
4
1

मां........मां.....मां सुनो ना कहां खो गए I लेकिन कोई जवाब नहीं मिला ऐसा लगा जैसे मां एक मूरत सी घोर /चिर निद्रा में सोई सी, और मैं समुद्र की लहरों की तरह अशांत मन से पुकारा जा रहा थ

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए