प्रेम में डुबी प्रेमिका का प्रेम भरें मन की चंचलता और उसके प्रेमी की गई चाहत
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मैं गुज़ार लुंगी यहसदियों से दिन राततेरे इंतज़ार में हीतुम भूला मत देना मुझेदो पल जीना है तेरे साथ,मुस्कानों को सजा कररखूंगी इस तन्हाई में भीतुम ख़त लिख देनाप्रेम पहुंचा देना डाकिए के साथ,शिकायते