जिन्दगी की कहानी में।
अपनों की तलाश में।
गैरों के ऐतबार में।।
सुमन पल्लवित बगिया में।
गमों की आजमाइश की आंधी में।।
हृदय से हृदय की गहराइयों में में।
विश्वास के साथ विश्वास में।।
प्रेम से लेकर प्रेम में।
भावनाओं की मस्ती में।।
धरा से आसमां की ऊंचाई में।
कहीं भी चैन नहीं पड़ता है।।
तुम बिन जिया नहीं जाता है।
बिन तेरे मुझ से जिया नहीं जाता है।।
चांद सूरज से भी ज्यादा तेरा चेहरा प्रिय है।
तुम बिन कुछ भी नहीं मुझे भाता है।।
तुम बिन आंखों में सपने नहीं सजते।
तन मन को करार नहीं आता।।
कहते हो कि तुम्हारी खुशी मैं हूं।
तुम बिन अस्तित्व मेरा नहीं है।।