हिन्दी शायरी
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कहना था मुझे....तुमसे मेरे ख्वाब जो मैंने अधुरे छोड़ दिएतुम्हारें परिवार को सम्भालते सम्भालते मैंने कई अपनो से रिश्ते तोड़ दिए आज जो बैठी तुम्हारें साथ तुम्हें बताने अपने हालाततुमने ऐसे मूं