vk yadav
प्रकृति प्रेम
ये किताब मेरी पहली किताब है इसमें आपको प्रकृति की कविताएं देखने को मिलेगी । हमे आसा है कि मेरी कविताएं आप सभी को बहुत पसन्द आयेगी
प्रकृति प्रेम
ये किताब मेरी पहली किताब है इसमें आपको प्रकृति की कविताएं देखने को मिलेगी । हमे आसा है कि मेरी कविताएं आप सभी को बहुत पसन्द आयेगी
प्रकृति प्रेम
बर्षा रानी बर्षा रानी, आती हो तुम कितनी प्यारी। छम छम करती डम डम करती, उछल पुछल तुम दिन भर करती। अपने आंचल में तुम सबको भरती, प्रेम सदा तुम सबको करती। सबका खयाल सदा तुम रखती, प्रकृति के आंचल को ढकती। किसानों के खुशी की मुस्कान तुम बनती, फसलों की सि
प्रकृति प्रेम
बर्षा रानी बर्षा रानी, आती हो तुम कितनी प्यारी। छम छम करती डम डम करती, उछल पुछल तुम दिन भर करती। अपने आंचल में तुम सबको भरती, प्रेम सदा तुम सबको करती। सबका खयाल सदा तुम रखती, प्रकृति के आंचल को ढकती। किसानों के खुशी की मुस्कान तुम बनती, फसलों की सि