4 अप्रैल 2016
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युवा का अर्थ है– आकर्षण,समर्पण व विद्रोह जैसे भावों से बनी अतृप्त आग | ये आग जहां देश व दुनिया कोसंवारने का दम रखती है, वहीं धूम्रपान की प्रचंड हवा इसी आग से इसी देश व दुनियाको फूंक कर खाक़ भी कर सकती है | युवाओं से आत्म-आह्वान है कि देश में नई ऊर्जा-नईजान फूंकें; न कि खुद के, अपने माँ-बाप के या फिर
सपनों की उड़ान को पंख देनेके लिए यूं तो आपके पास होंगे बहुत सारे पथ-प्रदर्शक | पर, ज़िंदगी के अगले किसी नकिसी मोड़ पर आपके सपनों की उड़ान का यह अनमोल पंख कट सकता है, अगर आप जुड़ जाएँ किसीनशे की लत देने वाले अंध पथ-प्रदर्शक से.....इसलिए...ऐसे अंध पथ-प्रदर्शकसे आप सदा रहो दूर और......आज ही...नशे को बोलो ना
जब प्रतिभा / हुनर / कौशल बेटा-बेटीमें भेदभाव नहीं करता,फिर आप क्यों करते हैंबेटा-बेटी के बीच भेदभाव ???बेटा-बेटी के बीचका अंतर मिटाइए !!!अपने परिवार हीनहीं पूरे देश को खुशहाल बनाइए !!!!!!...देश एवं जनहित में जारी...
नया वर्ष दस्तक देने को है फिर क्या सोचा है आपने अपने (संकल्प / रिजोलुशन ) या खुद से खुद के वादे के बारे में ? क्या है आपका आपसे वादा ? ये वादा टूट जाता है या अटूट रहता है ?
तुलना न करें :हर बच्चे में अपनी स्वयं की प्रतिभा होती है| यह प्रतिभा पड़ोसी या रिश्तेदारोंके बच्चों में पाए जाने वाली प्रतिभाओं से बिल्कुल अलग होती है| इसलिए अपने बच्चेकी तुलना, दूसरे बच्चों के साथ करने से आप निश्चित ही उनके आत्मविश्वास को ठेस पहुंचातेहैं। और बार-बार बच्चों की तुलना करने पर उन्हें मह
कल २२ फरवरी को महान संत रविदास जी की जयंती थी जिनकी सार्वभौमिकउक्ति विश्प्रसिद्ध है “मन चंगा तो कठौती में गंगा” अर्थात् अगर मन पवित्र हैसच्चा है तो गंगा स्वयं आपके पात्र आपके घर में बहती है|
मन में ले ये घोल, पानी है अनमोल, हर चीज़ चाहे तोल,पानी है अनमोल |मन की आखें खोल,विश्वयुद्ध का न हो रोल,खोल दे सबकी पोल,रे बावरे ! पानी है अनमोल कॉपीराइट@चंद्रेश विमलात्रिपाठी
तंदरुस्ती हज़ार नियामत! सच कहावत है स्वास्थ्य ही हमारी असल पूंजी है| स्वस्थशरीर में ही स्वस्थ मन विद्यमान होता है| स्वास्थ्य की इसी उपादेयता के मद्देनज़रहर वर्ष वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन (डब्ल्यू एच ओ) यानि विश्व स्वास्थ्य संगठन 7 अप्रैल को वर्ल्डहेल्थ डे (विश्व स्वास्थ्य दिवस) आयोजित करता है| विश्व मे
मान्यता है कि तीनों लोकों में हर प्रकार के भय, विपत्ति और संशय कानाश करने हेतु दुर्गाद्वात्रिंशन्नाममाला अर्थात् माँ दुर्गे के ३२ नामों की माला केसमान कोई अन्य युक्ति नहीं है| यह पवित्र नाम स्वयं माँ दुर्गे ने देवताओं को बताये थे और कहा था कि मन सेएकाग्र हो जो भी इन नामों को भजेगा उसे किसी भी प्रकार
कर्टसी : जागरण.कॉम
बैसाखी पर्व की लख लख बधाईयां
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय आज 21 अप्रैल को 90 साल की हो गयीं हैं। इस अवसर पर हमारी ओर से उनके जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं ...
“प्रतिभा अपनी राह स्वयं निर्धारित कर लेती है और अपना दीप स्वयं ले चलती है.” – विल्मट
हर भाषा की जननी संस्कृत को देव वाणी कहा जाता है | एक समय सिरमौर रही संस्कृत भाषा आज के परिदृश्य में गायब सी होती जा रही है | भाषा में सहजता हो प्रवाह हो तो उसकी गतिशीलता बनी रहती है | लेकिन सदा क्लिष्ट समझी जाने वाली भाषा संस्कृत जो सनातन है की हालत ठीक नहीं | यह संस्
देह बिना खाये कई दिनों रह सकता है लेकिन बमुश्किल 2 से 3 दिन में पानी बिना इसका मृत होना तय है | यही बात बेज़ुबान जानवरों पक्षियों पर भी लागू होती है | उल्लेखनीय है कि इन दिनों भारत में आईपीएल ( इंडियन प्रीमियर लीग) का 9 वां संस्करण चल रहा है| निःसन्देह इस आयोजन से भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर लो