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क्या वाकई में संस्कृत के दिन बहुरेंगे ?

26 अप्रैल 2016

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हर भाषा की जननी संस्कृत को देव वाणी कहा जाता है | एक समय सिरमौर रही संस्कृत भाषा आज के परिदृश्य में गायब सी होती जा रही है | भाषा में सहजता हो प्रवाह हो तो उसकी गतिशीलता बनी रहती है | लेकिन सदा क्लिष्ट समझी जाने वाली भाषा संस्कृत जो सनातन है की हालत ठीक नहीं | यह संस्कृत के साथ ही नहीं है हिंदी समेत अन्य भाषाएँ भी स्वयं को साबित करने के लिए निरन्तर संघर्ष कर रही हैं | विश्वप्रसिद्ध कृति रामायण संस्कृत भाषा में ही है लेकिन वास्तव में संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए कुछ ठोस कदम उठाने की जरुरत थी | जिसके लिए कोई सार्थक प्रयास नहीं किये गए | 

उल्लेखनीय है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने संस्कृत को पूरे विश्व में नामचीन शैक्षणिक संस्थान भारतीय प्रद्योगिकी संस्थान यानि आईआईटी में पढ़ाने की घोषणा की है |  मानव संसाधन विकास मंत्रालय केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस बाबत कहा कि इससे संस्कृत भाषा को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी | हालाँकि इस घोषणा पर भी सियासत गरम हो सकती है | क्योंकि कुछ कतिथ राजनितिक विरोधी इसको भी आर एस एस से प्रेरित कदम ठहराने की कोशिश कर सकते हैं | जो भी हो लेकिन इस घोषणा का तो स्वागत किया जाना चाहिए क्योंकि हम चाहे कितने भी आधुनिक क्यों ना हो जाएँ लेकिन अपनी देववाणी जो हमारे पुराणों उपनिषदों की भाषा है के पराभव से अपना आत्मसम्मान खो देँगे | 

बहरहाल बड़ा सवाल है कि आज के बाजारीकरण के दौर में क्या वाकई संस्कृत भाषा के दिन बहुरेंगे? इसका उत्तर तो भविष्य में मिलेगा लेकिन इसके पुनरोद्धार के लिए वर्तमान में सरकार जनता अथवा किसी भी स्तर पर किसी द्वारा भी किये प्रयास का समर्थन करना हमारी नैतिक जिम्मेवारी है | 

गुरमुख सिंह

गुरमुख सिंह

हिंदी की भांति शब्दनगरी पर यदि इसे लिखने हेतु सॉफ्ट वेयर तैयार किया जाय एवम् मात्र पूजा पाठ में उपयोग से बाहर निकाल कर ब्यवहार में भी लाया जाय कक्षा आठ तक अनिवार्य विषय के रूप में पाठ्यक्रम में जोड़ा जाय एवम् बोल चाल की भाषा में कर प्रयोग किया जाय एवम् शब्द नगरी से जुड़े विद्वान् संस्कृत में अपने लेख लिखना प्रारंभ करे तो संभव है सफल होंगे ।

28 अप्रैल 2016

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रचनाएँ
aahwan
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विभिन्न सरोकारों हेतु दिल से किया गया आह्वान...
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छोड़ो धूम्रपान, चुनो जीवन का सोपान

18 दिसम्बर 2015
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युवा का अर्थ है– आकर्षण,समर्पण व विद्रोह जैसे भावों से बनी अतृप्त आग | ये आग जहां देश व दुनिया कोसंवारने का दम रखती है, वहीं धूम्रपान की प्रचंड हवा इसी आग से इसी देश व दुनियाको फूंक कर खाक़ भी कर सकती है | युवाओं से आत्म-आह्वान है कि देश में नई ऊर्जा-नईजान फूंकें; न कि खुद के, अपने माँ-बाप के या फिर

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नशे को बोलो ना, ज़िन्दगी को बोलो हाँ

19 दिसम्बर 2015
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सपनों की उड़ान को पंख देनेके लिए यूं तो आपके पास होंगे बहुत सारे पथ-प्रदर्शक | पर, ज़िंदगी के अगले किसी नकिसी मोड़ पर आपके सपनों की उड़ान का यह अनमोल पंख कट सकता है, अगर आप जुड़ जाएँ किसीनशे की लत देने वाले अंध पथ-प्रदर्शक से.....इसलिए...ऐसे अंध पथ-प्रदर्शकसे आप सदा रहो दूर और......आज ही...नशे को बोलो ना

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बेटा-बेटी के बीच का अंतर मिटाइए !!!

22 दिसम्बर 2015
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जब प्रतिभा / हुनर / कौशल बेटा-बेटीमें भेदभाव नहीं करता,फिर आप क्यों करते हैंबेटा-बेटी के बीच भेदभाव ???बेटा-बेटी के बीचका अंतर मिटाइए !!!अपने परिवार हीनहीं पूरे देश को खुशहाल बनाइए !!!!!!...देश एवं जनहित में जारी...

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नया वर्ष और खुद से खुद का वादा (संकल्प / रिजोलुशन ) टूट जाता है या जुड़ा रहता है ???

23 दिसम्बर 2015
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नया वर्ष दस्तक देने को है फिर क्या सोचा है आपने अपने (संकल्प / रिजोलुशन ) या खुद से खुद के वादे के बारे में ? क्या है आपका आपसे वादा ? ये वादा टूट जाता है या अटूट रहता है ?

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बच्चों को अनुशासित रखने की चाहत में न करें ये 4 गलतियाँ

30 जनवरी 2016
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तुलना न करें :हर बच्चे में अपनी स्वयं की प्रतिभा होती है| यह प्रतिभा पड़ोसी या रिश्तेदारोंके बच्चों में पाए जाने वाली प्रतिभाओं से बिल्कुल अलग होती है| इसलिए अपने बच्चेकी तुलना, दूसरे बच्चों के साथ करने से आप निश्चित ही उनके आत्मविश्वास को ठेस पहुंचातेहैं। और बार-बार बच्चों की तुलना करने पर उन्हें मह

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सुविचार !!!

4 फरवरी 2016
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आदरांजलि!!!

23 फरवरी 2016
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कल २२ फरवरी को महान संत रविदास जी की जयंती थी जिनकी सार्वभौमिकउक्ति विश्प्रसिद्ध है “मन चंगा तो कठौती में गंगा” अर्थात् अगर मन पवित्र हैसच्चा है तो गंगा स्वयं आपके पात्र आपके घर में बहती है| 

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सुविचार !

25 फरवरी 2016
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सुविचार !!!

1 मार्च 2016
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सुविचार !!!

2 मार्च 2016
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सुविचार !!!

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सुविचार !

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सुविचार !

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सुविचार !

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पानी है अनमोल (विश्व जल दिवस 22 मार्च पर विशेष)

22 मार्च 2016
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मन में ले ये घोल, पानी है अनमोल, हर चीज़ चाहे तोल,पानी है अनमोल |मन की आखें खोल,विश्वयुद्ध का न हो रोल,खोल दे सबकी पोल,रे बावरे ! पानी है अनमोल कॉपीराइट@चंद्रेश विमलात्रिपाठी  

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सुविचार !!!

26 मार्च 2016
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सुविचार - थॉट ऑफ़ द डे

2 अप्रैल 2016
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वंदे मातरम् भारत माता की जय ( ॐ भूर्भुव स्वः तत् सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् )

4 अप्रैल 2016
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पिक्चर एंड थॉट ऑफ़ द डे (वर्ल्ड हेल्थ डे : 2016 थीम- बीट डायबिटीज)

7 अप्रैल 2016
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तंदरुस्ती हज़ार नियामत! सच कहावत है स्वास्थ्य ही हमारी असल पूंजी है| स्वस्थशरीर में ही स्वस्थ मन विद्यमान होता है| स्वास्थ्य की इसी उपादेयता के मद्देनज़रहर वर्ष वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन (डब्ल्यू एच ओ) यानि विश्व स्वास्थ्य संगठन 7 अप्रैल को वर्ल्डहेल्थ डे (विश्व स्वास्थ्य दिवस) आयोजित करता है| विश्व मे

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सुविचार !

7 अप्रैल 2016
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हर प्रकार के भय, विपत्ति और संशय का नाश होता है माँ दुर्गे के ३२ नामों की माला यानि दुर्गाद्वात्रिंशन्नाममाला से (चैत्र नवरात्रि पर विशेष)

8 अप्रैल 2016
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मान्यता है कि तीनों लोकों में हर प्रकार के भय, विपत्ति और संशय कानाश करने हेतु दुर्गाद्वात्रिंशन्नाममाला अर्थात् माँ दुर्गे के ३२ नामों की माला केसमान कोई अन्य युक्ति नहीं है| यह पवित्र नाम स्वयं माँ दुर्गे ने देवताओं को बताये थे और कहा था कि मन सेएकाग्र हो जो भी इन नामों को भजेगा उसे किसी भी प्रकार

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सूचना

11 अप्रैल 2016
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आपके अनुसार कौन है सर्वश्रेष्ठ ???

11 अप्रैल 2016
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कर्टसी : जागरण.कॉम 

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पिक्चर एंड थॉट ऑफ़ द डे! (13 अप्रैल )

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बैसाखी पर्व की लख लख बधाईयां 

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सुविचार !

14 अप्रैल 2016
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सुविचार !

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जन्मदिन की बधाई

21 अप्रैल 2016
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ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय आज 21 अप्रैल को 90 साल की हो गयीं हैं। इस अवसर पर हमारी ओर से उनके जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं ...

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सुविचार !

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सुविचार !

25 अप्रैल 2016
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“प्रतिभा अपनी राह स्वयं निर्धारित कर लेती है और अपना दीप स्वयं ले चलती है.” – विल्मट

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क्या वाकई में संस्कृत के दिन बहुरेंगे ?

26 अप्रैल 2016
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हर भाषा की जननी संस्कृत को देव वाणी कहा जाता है | एक समय सिरमौर रही संस्कृत भाषा आज के परिदृश्य में गायब सी होती जा रही है | भाषा में सहजता हो प्रवाह हो तो उसकी गतिशीलता बनी रहती है | लेकिन सदा क्लिष्ट समझी जाने वाली भाषा संस्कृत जो सनातन है की हालत ठीक नहीं | यह संस्

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आईपीएल के बिना ज़िंदा रह सकते हैं लेकिन पानी बिना ?

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देह बिना खाये कई दिनों रह सकता है लेकिन बमुश्किल 2 से 3 दिन में पानी बिना इसका मृत होना तय है | यही बात बेज़ुबान जानवरों पक्षियों पर भी लागू होती है | उल्लेखनीय है कि इन दिनों भारत में आईपीएल ( इंडियन प्रीमियर लीग) का 9 वां संस्करण चल रहा है| निःसन्देह इस आयोजन से भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर लो

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