जो काम हिन्दुओ को बांटने का ईसाई और इस्लाम नही कर पाया वो आरक्षण ने कर दिखाया
राजा राममोहन राय,दयानंद सरस्वती ,ईश्वर चंद विद्यासागर, मदन मोहन मालवीय , गांधी , राजस्थान में रामदेव जी, स्वयं संत रैदास जी आदि महापुरुषों ने काफी योगदान दिया एवम स्वयं निस्वार्थ सेवा की परन्तु आरक्षण प्रेमियो को उनकी सेवाएं याद नही रही और अंग्रेजो के वफादार की फुट डालो एवम राज करो का यह पैतरा याद रहा क्या अम्बेडकर कौन था?? जिसका सरनेम भीमराव ने लगाया ? उसकी शिक्षा किसने करवाई यह याद है?? और क्यो करवाई?? यह पता है?? जिसने दलितों के नाम पर सिर्फ राजनीति एवम भाषणबाजी तो बहुत की परन्तु कभी किसी की सेवा नही की ना किसी को गले लगाया भाई सूट जो खराब हो जाता वह याद है क्यो?? परम स्वार्थी एवम बेशर्मी कदाचित इसी का नाम है ?? कड़वा है मगर सच है
मेरा मकसद आंखे खोलना है ना कि किसी को दुख पहुँचाना फिर भी किसी को कष्ट पहुंचे तो क्षमा चाहते है??
शिक्षित वो नही जिसने कुछ पोथियों का अध्ययन किया हो अपितु शिक्षित वो है जो अपना हक ना छोड़े एवम दूसरे के अधिकारों का अतिक्रमण ना करे।
शिक्षित वो है जो ज्ञान का उपयोग शांति,मानव कल्याण एवम जीव जगत की उपयोगिता एवम उनकी स्वायत्तता के लिए करे ना कि इंद्रियों के सुख एवम स्वार्थ सिद्धि के लिए