कुछ लोग होते हैं दुनियां में चेहरे पर
कुछ और बातें कुछ और किया करते हैं
माना वो अपने खातिर अपनी दुनिया ख़ुद तलाशा करते हैं
बेशक वो अच्छे होंगे अपनी नजरों में
मेरे शब्द अटक गए अधरों में
मेरे नजरो में भी अच्छे हैं वे
जो रोज नया किया करते हैं
पर रिश्ते निभाना वो क्या जाने
जो रंग बदला करते हैं