सदैव जगत का उत्कर्ष चाहाअपना सर्वस्व न्यौछावर करप्रतिकूल पथ पर चलती रहीअपना कर्तव्य निभाकरमां बनकर के किया पालन पोषणसदैव इसी भाव में रहीअपने संतति के उन्नति के चाह में रहीबहन बन के लुटाया प्रेम अपारबे
मही अर्थात धरती , जिसे हिला कर रख दे वह है महिला। 8 मार्च संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा महि
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस को समर्पित रहा ये सप्ताह, जिसका कल यानी आठ मार्च को समापन है अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में… सप्ताह भर विश्व भर में अनेक प्रकार के कार्यक्रमों का, गोष्ठियों का, रैलियों का, कार्यशालाओं आदि का आयोजन होता रहा… तो इसी महिला दिवस के उपलक्ष्य