सबसे पहले तो आप सभी को होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। होली का उत्सव रंगो और उल्लास का उत्सव है। यह त्योहार हमें प्रेम ,सद्भावना, आपसी भाईचारे की सीख देता है। यह जीवन को खुशी के रंगों से भर
होली एक प्रसिद्ध हिंदू त्योहार है जो भारत में हर साल फाल्गुन माह के पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस त्योहार को रंगों का त्योहार भी कहते हैं क्योंकि इस दिन लोग एक दूसरे पर रंग फेंकते हैं और मिठाई खाते है
होलीका दहन हिंदू धर्म के एक प्रमुख त्योहार है, जो भारत में हर साल फाल्गुन पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन लोग होली का त्योहार मनाते हैं और रंगों से खेलते हैं।होली का दहन भारत के विभिन्न हिस्सों
सदैव जगत का उत्कर्ष चाहाअपना सर्वस्व न्यौछावर करप्रतिकूल पथ पर चलती रहीअपना कर्तव्य निभाकरमां बनकर के किया पालन पोषणसदैव इसी भाव में रहीअपने संतति के उन्नति के चाह में रहीबहन बन के लुटाया प्रेम अपारबे
आया फाल्गुन का माहलाया होली जैसा अद्भूत उत्सवजिस दिन ना किसी से शिकवाना किसी से गिलाजो भी मिला एक दुसरे सेहाथों में रंग लिए प्यार से मिलादूर हुई नफरतेंऔर रंगों को आकार मिलाजो छोड़ गया था ब
हे नारी! तेरे रूप अनेक,तू सृष्टि का आधार है एक,माँ बनकर तू सृष्टि चलाती,मानवता पर उपकार कर जाती।पत्नी बन परिवार चलाती,बेटी बन दुलार दिखलाती,बहू रूप में आदर्श हो जाती,उस घर को है स्वर्ग बनाती।बहना बनकर
आई होली आई होली,मुँह पर रंग लगा गई साली,रंग लगाकर वह तो भागी,पीछे से मैंने दौड़ लगा दी।मैं पीछे वह आगे भागी,पीछे से मैंने टंगड़ी मारी,बगल से बहती थी एक नाली,उसमें गिर गई मेरी साली।उठ पाती वो नाली में गि
महिला दिवस की शुभकामनाएंघर की शोभा औरत है,घर की देवी औरत है।मंदिर में क्यों पूजा करते,हर रूप में देवी औरत है।मां बन ममता लुटाती है,कर देती है त्याग और बलिदान।कभी माता कुमाता नहीं होती,हर पुत्र की रक्ष
हम उसके कर्जदार हो गए। जब रखा कदम शानदार हो गए। उनका आना मेरे किस्मत में था। हम पहले से और दमदार हो गए। राह ताकती माँ सुबह से शाम। चहल-पहल आँगन घर बार हो गए। बच्चो की परवरि
मेघो से बोले दिल, दिल कीचाहत है मुझको रंगो से भरदे, दिल की चाहत है उसको भी रंगो से भरदे, मुझसे आहत है...