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अभिनन्दन

29 जुलाई 2017

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मेरी छोटी सी कुटिया में

बन करके माथे का चन्दन

स्नेह नीर की शीतलता ले

हर्ष भरा निर्मल मृदु मन

हैं आप पधारे स्वजन संग

हम द्वि कर जोड़ करें वंदन

भाव विह्वल हो भूल रहे

किस भांति करें शुभ अभिनन्दन

सतीश शर्मा

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