दर्द का संगम
आरुही जो कि अपने ही होने वाले पति के साथ अपने सादी के मंदक में भाग गई थी जिसकी खबर जंगल में आग की तरह पूरे हरियाणा में फैल गयी चुकी पूरा हरियाणा देवेंद्र कस्यब से डरते थे इसलिये उन्होंने कुछ नही बोलने की हिम्मत नही की पर उनके मानो स्तिथि को समझते कस्यब जी को देर नही लगी।।
एक बड़े से हवेली नुमा घर मे कस्यब जी गुस्से में शोफे पे बैठे थे उन्होंने एक हाथ मे सिगार लिया था और दूसरे में फोन आ लगातार कमिश्नर से बात कर रहे थे।।
कमिश्नर : डरते हुए हमने सारे रेलवे स्टेशन,एयर पोर्ट,बस सतेंद्र ओर ऑटो स्टैंड में नखा बंदी करवा दिया है इस लिए बेबी साहब जहा भी हुगी उनका पता चल जाएगा आप चिंता मत कीजिये।।
कस्यब जी ने कमिश्नर जी का कॉलर पकड़ उन्हें हवा में उठाया और बोले थारे को के लगत से की मारी बेटी भाग जावे सी ओर तू मुझे अपनी सफाई से सांठ करवा लेगा आज तक मेरे नाम से पूरा हरियाणा कापत से और आज मेरी बेटी की वजह से वही मारी सक्ति पे ऊगली उठा रही है।।
कमिश्नर : मै खुद जाकर बेबी साहब को ढूंढता हु
कस्यब जी सुन कमिश्नर ओ जिसके साथ भागी है तो मुझे जिंदा चाहिए उसकी ओ हालत होगी कि पूरा हरियाणा याद रखेगा।।
तभी एक 25 से 26 साल का लड़का आया जिसने कुर्ते के नीचे जीन्स पहन रखी थी गले मे गमछा और मुछो में ताव दिया था उसके जीन्स के पॉकेट में एक बंदूक थी जो बोला ताउ जी आरुही अपना सारा सामान छोड़ के भागी से और तो और ओ जो देव सिंह उसके साथ ही भागी है।।
जब कस्यब जी ने सुना कि उनकी बेटी अपने होने वाले पति के ही साथ भागी है तब अपनी इज्जत बचने के लिए उन्होंने उस लड़के से कहा।।
कस्यब जी जा कही से भी दो जोड़ी उठाकर ले और उनकी साड़ी करवा के मार कर उन्हें मेरुई बेटी और दामाद बता दे।।
लड़का महेष्वर ने वही किया जो उसके ताउ जी ने उससे करने के लिए बोला था।।
क्या आरुही अपने प्यार को ढूंढ पाएगी या पकड़ी जाएगी क्या इज्जत के लिए कस्यब जी किसी मासूम की बाली चढ़ाने भी नही सोचेंगे आगे जानेगे।।।🤔🤔🤔🤔🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗