ट्रैन अपने तेजी से बढ़ रही थी वही सारे स्टेशन पे सिकुरिटी चेक बाधा दिया गया था ये बात आरुही अच्छे से जानती थी कि उसके पिता क्या क्या कर सकते है इसलिए उसने बुरखा साथ रखा था
इस किताब में मैने अपने एक स्टोरी को एक किताब का रूप दिया उमीद है आपको पसंद आये इस किताब को कही से कॉपी नही किया गया है इसमें दो बिछड़े प्रेमियों की कहानी है जो मिलकर भी नही मिल पाए और राह गयी उनकी मोहोब्बत अधूरी
मेरे इस रचना को अपना ढेर सारा प्यार दीजियेगा ।।।
......................ठंक्यो ममता सिंह...................