shabd-logo

अधूरी मोहोब्बत

8 सितम्बर 2021

21 बार देखा गया 21
                       सफर की सुरुआत

     एक ट्रेन काफी तेजी से बढ़ती जा रही थी उसके एक बोगी के एक डब्बे में window सीट पे बैठी एक लड़की जिसने लोंग कुर्ती के साथ एक ढीली सी प्लाजो पहन रखी थी उकी काले लंबे बाल हवा के बहाव के साथ उसके चेहरे को ढक रही थी।।

     उसका गोरा रंग उसपर उसकी नीली आँखे किसी झील गहरी थी जिनमे मोती जैसे आँसू की कुछ बूंदे झलक रहे थे जो उसके दर्द को साफ उसके चेहरे पे दिखा रही थी वो एक तक खिड़की के बाहर के नजरो को देख अपने आंसू को रोकने की नाकाम कोशिस कर रही थी जो सोच में थी कि उसके बगल में बैठे एक उसी के उम्र के लड़के ने उसके हाथों पे अपना हाथ रख कर पूछा।।

लड़का : तुम चिंता मत करो हम जल्दी ही वह होंगे

लड़की : आखो में नमी लिए हुए बोली देव तू ने कभी भी किसी से प्यार किया है ।।

देव : हा हा झूट मुठ के हस्ते हुए बोला काश ये प्यार नाम की बीमारी का कोई इलाज होता तो कर लेता प्यार तो कभी भी किसी से हो सकती है पर प्यार सबके नसीब में कहा होता है अगर होता तो तू और मै इस तरह अपनी ही सादी से भाग कर किसी की तलाश में न निकलते मै तुझ से पुछु क्या तूने जिसे प्यार किया है क्या ओ भी तुझे प्यार करता है।।

लड़की : कभी ये ही उन्होंने ने भी पूछा था तब मैंने उन्हें जबाब नही दे पाई थी कहते है ना इंसान को अपनो की,उनके होने की और उनके प्यार का एहसास तब ही होता है जब ओ हमसे बहुत दूर होते है।।

देव : आरु अगर उसने तुझे नही पहचान अब तो तू क्या करेगी या उसके लाइफ में कोई और होगा तो क्या करेगी??

आरुही :(यानी हमारे कंहानी की लीड जी कीआरुही कस्यब जो कि दामोदर कस्यब की एकलौती बेटी थी दामोदर कस्यब पूरे हरियाणा का चीफ मिनिस्टर थे जिनके नाम से भी लोग थर थर कापते थे उन्ही की बेटी ने आज अपने प्यार के जीत के लिए अपने ही सादी के मंदक से अपने दूल्हे यानी अपने बचपन के दोस्त देव सिंह के साथ भाग गई थी।।

        आखिर उनकी ये फैसला क्या मोरे लाएगी उनके इस सफर में जानने के लिए पढ़िए मेरुई इस रचना को ।।🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗
Mohan

Mohan

बेहद रचनात्मक अभिव्यक्ति जी

8 सितम्बर 2021

Shalini

Shalini

Wow story bahut achi lga rhi hai next part kb milega padhne ko Superb part ❣️❣️❣️❣️

8 सितम्बर 2021

7
रचनाएँ
अधूरी मोहोब्बत
5.0
इस किताब में मैने अपने एक स्टोरी को एक किताब का रूप दिया उमीद है आपको पसंद आये इस किताब को कही से कॉपी नही किया गया है इसमें दो बिछड़े प्रेमियों की कहानी है जो मिलकर भी नही मिल पाए और राह गयी उनकी मोहोब्बत अधूरी मेरे इस रचना को अपना ढेर सारा प्यार दीजियेगा ।।। ......................ठंक्यो ममता सिंह...................

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए