
शीघ्रपतन क्या है?
शीघ्रपतन सेक्स के दौरान लिंग से वीर्य का जल्दी निकलना है। यह एक आम बात है जो लगभग हर किसी इंसान को झेलना पड़ता है। 18 से 59 वर्ष के बीच के लोगों को शीघ्रपतन का सामना करना पड़ता है।
क्या शीघ्रपतन एक प्रकार का यौन रोग है?
शीघ्रपतन को एक प्रकार का यौन रोग माना जाता है। यौन रोग किसी भी प्रकार की कई समस्याओं को संकेत करता है जो पति-पत्नि को पूरी तरह से सेक्स का आनंद लेने से रोकता हैं। यह पुरूषों में एक सामान्य सनस्या है। हालांकि यह गंभीर समस्या नहीं है परंतु अगर अक्सर ऐसा होता है तो यह एक गंभीर समस्या बन जाती है।
शीघ्रपतन का कारण
कई बार तनाव, डिप्रेशन और घबराहट जैसी मानसिक समस्याओं की वजह से भी यह होता है और कई मामलों में शीघ्रपतन की समस्या का सही और सटीक कारण का पता नहीं चल पाता है। कई बार नई महिला के साथ सेक्स करते समय अत्यधिक उत्तेजना की वजह से बहुत जल्दी वीर्य निकल जाता है। आइए इसके कुछ मूल कारणों के बारे में जानते हैं।
कभी-कभी यह समस्या शारीरिक रोग से न होकर मानसिक विचारों के कारण होती है।जैसे-
.सेक्स करने का कम अनुभव होना
.लंबे समय से किसी महिला के संपर्क में न होना
.ज्यादा उत्साह होना
.घबराहट व डिप्रेशन
.डायबिटीज, मल्टिपल स्क्लेरोसिस, हाई ब्लड प्रेशर, थॉइरॉइड व अन्य गलत दवाओं का सेवन भी चिकित्सीय कारण माने जाते हैं।
शीघ्रपतन के इलाज के लिए योगासन
ऐसा कहा जाता है कि योगा (shighrapatan ke liye yoga) ही ऐसा साधन है जो आपको पूर्ण स्वास्थ्य लाभ दे सकता है। यह शारीरिक स्वास्थ्य के अलावा मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाने में सहायक है। इसके लिए आपको योग के उस आसन के बारे में जानकारी होना अत्यंत ही आवश्यक है। योग को नियमित रूप से करते रहने से ही आप शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते है। क्योंकि आप पूर्ण स्वस्थ होने के बाद ही किसी भी उम्र में शीघ्रपतन से बच सकते हैं। आपके शरीर पर किसी बीमारी का प्रभाव आपके सेक्स लाईफ पर पड़ता है जिसके कारण शीघ्रपतन की संभावना बढ़ जाती है। शीघ्रपतन को नियंत्रित (shighrapatan ka ilaj in hindi) करने का सही योगासन, सेतुबंधासन माना जाता है।
शीघ्रपतन के लिए आयुर्वेद
लहसुन का सेवन- लहसुन यौन स्वासस्य्ना को बढ़ावा देने वाली एक प्रकार की प्राकृतिक दवा है। लहसुन का नियमित सेवन करने यह लिंग में रक्त् के प्रवाह को बढ़ाती है साथ ही यह आपके शरीर को गर्म रखती है। लहसुन के नियमित सेवन से पुरुषों में शीघ्रपतन की समस्या का इलाज किया जा सकता है। पुरुषों को लहसुन के साथ गाय के दूध का सेवन करना चाहिए। इसके लिए घी में लहसुन को धीमी आंच में सेकना चाहिए जब तक की यह हल्के लाल रंग का न हो जाए। नियमित रूप से प्रतिदिन तीन से चार लहसुन की कलीयों का सेवन कर सकते हैं।
अश्वगंधा का सेवन- अश्वयगंधा का उपयोग पुराने समय से किया जा रहा है। अश्विगंधा आपके मस्तिष्क की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है और पुरुषों में सेक्स की इच्छा को बढ़ाता है। यदि नियमित रूप अश्वमगंधा का सेवन किया जाए तो शीघ्रपतन छुटकारा पाया जा सकता है। इस जड़ी-बूटी का उपभोग करने से पुरुषों में सहनशक्ति बढ़ती है।
शतावरी का प्रयोग- इस पौधे की जड़ों का नियमित रुप से सेवन सेक्स स्वासस्य्।प को बढ़ाता है। यह समय से पहले शीघ्रपतन से बचने में बहुत ही फायदेमंद होती है। आप इन जड़ों को दूध में उबालें और दिन में इसका दो बार लें। यह आपके लिंग की मांसपेशियों को मजबूत करती है और समय से पहले वीर्य को निकलने से रोकती है।
भीन्डी का सेवन- भिन्डी के नियमित सेवन से शीघ्रपतन से बचा जा सकता है। भिन्डीक के पाउडर का भी उपभोग कर सकते हैं।
निष्कर्ष- जैसा हमने देखा कि यह एक बहुत ही गंभीर समस्या है। जिसको नक्कारा नहीं जा सकता है। शीघ्रपतन से संबंधित दवाओं (shighrapatan ki medicine in hindi) व सुझाव के लिए हमारे पास अन्य उपचार भी हैं।
