कान का दर्द एक आम समस्या है और इससे लाखों लोग प्रभावित हैं। खासकर के यह समस्या बच्चों में ज्यादा पायी जाती है। इस बीमारी में कान का दर्द दो तरीके का होता है। पहता वास्तविक दर्द जो कि कान के अंदर बहुत तेज होता है और दूसरा जो कान के बाहरी हिस्से पर होता है। कुछ लोगों को हल्का दर्द बना रहता है और कुछ को एक मिनट भी सहन करना मुश्किल हो जाता है। साइनसाइटिस, दांतों में दर्द, नाक के इंफेक्शन या गले के कैंसर के ठीक पहले ear pain होता है और ये सभी बहुत गंभीर बिमारियां हैं। इसलिए कान के दर्द का इलाज बहुत सावधाऩी से करवाना चाहिए। जिसके लिए आप हमारी विशेषज्ञ से परामर्श ले सकते हैं।
इलाज कैसे होता है?
अगर आप अपने डॉक्टर से परामर्श लेते हैं तो पहले वह ऑटोस्कोप के जरिए आपके कान के अंदर निरिक्षण करेगा। जिससे की समस्या को समझकर सटीक इलाज किया जा सके। कभी-कभी कान की सफाई मात्र से ही यह ठीक हो जाता है। अगर आपके कान में गंदगी या फोड़ा है तो डॉक्टर अपने अनुभव के आधार पर कान में कुछ दवा की बूंदें डालने को दे सकता है या समस्या के आधार पर कुछ kaan ke dard ki dawa के खुराक लिख सकता है।
क्या कोई दुष्प्रभाव भी हैं?
यदि अगर आपका डॉक्टर इलाज के लिए कुछ एंटिबायोटिक दवाएं देता है तो आपको थोड़ा बहुत बुखार का अनुभव हो सकता है क्योकि एंटिबायोटिक दवाएं शरीर के तापमान को बढ़ा देती हैं। लेकिन परेशान होने की जरूरत नहीं है। कुछ कान की बूंदों के वजह से नींद भी आती है। इसलिए ड्राइविंग के पहले इसका इस्तेमाल न करें। प्राय: इसका इस्तेमाल रात में सोते समय करना चाहिए। ear infection की दवा लेते वक्त अपने ड़ॉक्टर से अपने शरीर के अलर्जी के बारें में भी बता दें।
ठीक होने में समय व खर्च
अधिकांश कान के दर्द का इलाज 7 सो 10 दिनों के बीच ठीक हो जाता है। यदि आप अपने डॉक्टर के परामर्श के अनुसार नियमित रूप medicine for ear pain लेते हैं तो आपको इन दिनों के भीतर धीरे-धीरे राहत का अनुभव होगा। यदि कान का दर्द साइनसाइटिस, दांतों में दर्द, नाक के इंफेक्शन या गले के कैंसर के कारण होता है तो इसे ठीक करने में काफी समय लग सकता है।
अगर समस्या बहुत गंभीर नहीं है तो 1000 रूपये तक की कीमत में आप सरल इलाज कर सकते हैं।
कान के दर्द के इलाज के लिए आयुर्वेदिक उपचार
पिछले पांच वर्षों में कान के इलाज के लिए उपायों में बदलाव किया गया है, और इलाज के लिए आपके बच्चे को एंटीबायोटिक्स निर्धारित नहीं किया जा सकता है। आप उपचार के साथ अपने घरेलु नुस्खे से राहत पा सकते हैं जैसे:
1.ठंडा या गर्म पानी से सेकाव
3.चाय के पेड़ का तेल
4.गर्दन का व्यायाम
5.अदरक
6.लहसुन
7.हाइड्रोजन परॉक्साइड
8.कायरोप्रैक्टिक उपचार
9.कान पर दबाव डाले बिना सोएं
ठंडा या गर्म पानी से सेकाव- लोग अक्सर दर्द से राहत के लिए आइस पैक या वार्म कंप्रेस का उपयोग करते हैं, जैसे हीटिंग पैड या नम वॉशक्लॉथ। कान दर्द से राहत पाने के लिए भी आइस पैक या वार्म कंप्रेस का उपयोग किया जा सकता है। यह उपाय बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए उत्तम है। आइस पैक या वार्म कंप्रेस को कान के ऊपर 10 मिनट तक रखें।
जैतून का तेल- कान के दर्द के लिए जैतून के तेल का उपयोग कर सकते हैं। आपके कान में जैतून के तेल की बूंदें कान के दर्द को बहुत हद तक कम कर सकती हैं। खासकर बच्चों के लिए जैतून के तेल की कुछ बूंदों को ही कान में डालना सुरक्षित है और यह काफी प्रभावी होता है।
कायरोप्रैक्टिक उपचार- यदि आप इलाज के लिए काइरोप्रैक्टोर पर जाते हैं, तो आप पाएंगे कि यह आपके कान के दर्द को कम कर रही है। एक अध्ययन के अनुसार 1996 में पाया गया कि 46 रोगियों में से 93 प्रतिशत को काइरोप्रैक्टिक की मदद से काफी राहत मिली।
हाइड्रोजन परॉक्साइड- हाइड्रोजन परॉक्साइड का उपयोग कई वर्षों से कानों के इलाज के लिए किया जाता है। उपचार की इस पद्धति का उपयोग करने के लिए कान में हाइड्रोजन पेरोक्साइड की कुछ बूंदें डालें। इसे सिंक में छोड़ने से पहले इसे कई मिनट तक बैठने दें और फिर साफ पानी के साथ कान को धुलें।