गले में दर्द या इंफेक्शन अक्सर वायरल या संक्रमण के कारण होता है, इसे sore throat भी कहते हैं। जैसे कि सर्दी जुकाम या फ्लू का होना। किसी वायरल की वजह से गर्दन में दर्द घरेलु देख-भाल करने से ठीक हो जाता है। लेकिन गले में दर्द होने पर आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चहिए। गले में दर्द होने पर जलन, खिचखिच जैसी परेशानिय़ां होने लगती हैं, जिसके दौरान कुछ खाने व निगलने में दिक्कत होती है।
गले में इंफेक्शन के कारण (causes of scabies)
1.बुखार
2.ठंड लगना
3.खांसी
4.सर्दी होना
5.छींकें आना
6.शरीर और सिर में दर्द
7.मिचली या उल्टी
इंफेक्शन से बचने के लिए कैसे करें बचाव
कभी-कभी इंफेक्शन का लेवल ज्यादा हो जाता है तो सांस लेने में कठिनाई, कुछ निगलने में दिक्कत और मुपंह से लार निकलने लगे तो तुरंत gale ka ilaj के लिए किसी अच्छे डॉक्टर से राय लें। इस इंफेक्शन को रोकने के लिए कुछ बातें ज्यान रखने योग्य हैं, जैसे-
1.हाथ धोना- अपन् हाथों को हमेशा साफ रखें, बार-बार धोयें, खासकर शौच करने के बाद, खाना खाने से पहले और खांसने व छींकने के बाद अच्छी तरह से हाथ धुलें।
2.खांसी और छींक- हमेशा खांसते व छींकते समय अपने मुंह पर रूमाल लगा लें और कुछ टाइम बाद समय-समय पर बदलते रहें। अगर समय पर कोई कपड़ा या रूमाल न मिले तो हाथ लगा लें और फिर धुल लें।
3.एक दूसरे के संपर्क में आने से बचें- किसी से ज्यादा करीब होकर बात न करें, जूठा न खायें, पानी पीने वाले नल को मुंह से न लगाएं।
4.हैंड सेनिटाइजर का प्रयोग करें- अगर किसी समय आपको हैंड वॉश या साबुन न मिले तो इसके लिए हमेशा अपने पास ऐल्कोहॉल से निर्मित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
5.घर की साफ-सफाई- घर में प्रयोग होने वाती रोजाना की वस्तुओं को हमेशा साफ रखें। जैसे- मोबाईल, टीवी के रिमोट और लैपटॉप आदि ऐसी चीजों को साफ रखें।
6.परहेज करने की चीजें- कुरकुरे, चिप्स जैसे ठोस पदार्थों का सेवन न करें क्योंकि ये किनारे पर नुकीले होते हैँ। जिससे गले में खरास हो जाता है और बेचैनी होने लगती है।खट्टे फल न खायें क्योकि अक्सर जुकाम होने पर लोग संतरे का जूस पीते हैं और ऐसा करने से गले का दर्द ओर बढ़ जाता है।
नमकीन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन न करें क्योंकि इससे गले में सूजन हो जाती है और साथ ही जलन भी बढ़ जाती है।
तेज मसाले जैसे- मिर्च, गर्म सॉस की वजह से भी इंफेक्शन की समस्या बढ़ जाती है, हांलाकि कुछ मसाले दर्द से राहत देते हैं।
इंफेक्शन से बचने के कुछ घरेलु उपाय
throat infection medicine के संदर्भ में गले के खराश से बचने और इसे दूर करने के लिए कुछ घरेलु उपचार हम आपको बता रहे हैं।
1.गुनगुने पानी और नमक का सेवन
गले में इंफेक्शन का पहला उपाय ये है कि आप गुनगुने पानी में हल्का नमक डालकर दिन में तीन बार गरारे करें। क्योंकि आपके गले में संक्रमण की वजह से सांस की झिल्ली की कोशिकाओं में सुजन आ जाती है और गरम पानी के गरारे से सुजन में कमी आने के कारण गले में खराश से राहत मिलती है।
2.भाप से गले की सिकाई
कई बार आपके गले में खराश का कारण गला सूखने लगता है। इसके लिए आपको किसी खुले मुंह वाले बर्तन में पानी खौला कर तौलिये को सर पर रखकर भाप लें। दिन में दो बार करें।
3.अदरक और लौंग
अदरक और लौंग गले में इन्फेक्शन से उबरने में काफी मदद करते हैं क्योंकि ये एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होते हैं। लौंग मुंह में रखकर उसका रस धीरे-धीरे चुसें और एक कप पानी में अदरक डालकर उबालें और जब पानी गुनगुना हो जाए तो उसमें थोड़ा शहद मिलाकर इसे दिन में तीन बार पिएं।
4.मुलेठी का उपयोग
सोते समय एक ग्राम मुलेठी की छोटी सी गांठ मुंह में रखकर कुछ देर चबाने से दर्द और सुजन दोनों दूर होता है।
5.काली मिर्च और तुलसी
इसके अलावा एक कप पानी में 4-5 कालीमिर्च एवं तुलसी की पत्तियों को मिलाकर काढ़ा बनाकर पिने से भी राहत मिलती है। काली मिर्च के साथ दो बादाम पीसकर पिने से भी आराम मिलता है।
6.मुनक्के से मिटे गले की खराश
जुकाम में एलर्जी के कारण भी गले में तकलीफ का सामना करना पड़ता है। ऐसे में सबसे बढ़िया उपाय है कि सुबह शाम दोनों समय चार या पांच मुनक्का के दाने चबाकर खाएं लेकिन ऊपर से पानी न पिएं।
7.पालक
पालक के पत्तों को भी इसके लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको पालक के पत्तों को पीसकर इसकी पट्टी गले में 15-20 मिनट तक बांधें।