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<p>एक पौश कॉलोनी का दृश्य है | कॉलोनी में करीब 500 मकान हैं | यह कहानी कोरोना काल के भीषण दौर की त्र
<p>अफ़सोस – लघु कहानी</p> <p>एक छोटा सा परिवार जिसमे माता , पिता , बेटा , बहू और एक पोता | पोते की उम
<p>दो दोस्त – कहानी</p> <p>एक गाँव में दो दोस्त रहा करते थे नाम थे विमल और राज | दोनों ही मध्यम वर्ग
मुस्कान लौट आई – कहानी गाँव के मुहाने पर एक ओर बुधिया का मकान | मकान में बुधिया की पत्नी, उसकी प्यारी सी बेटी गौरी , माता एवं पिता कुल इतने सदस्य थे | थोड़ी सी ज़मीन थी जिस पर बुधिया और उसकी पत्नी नकद
गुमराह एक गाँव में चार दोस्त रहते थे उनके नाम थे – मनोज, पंकज, देव एवं विजय | सभी खेतिहर मजदूर के परिवारों से थे | फिर भी एक बात बहुत अच्छी थी कि उन सब के माता – पिता ने उन्हें आई. टी. आई. तक पढ़ाई पू
2001 की बात है मुझे स्काउट मास्टर की बेसिक कोर्स की ट्रेनिंग के लिए नौरोजाबाद जाने का सुअवसर प्राप्त हुआ | कैंप का पहला दिन था | शाम के समय एक प्रतिभागी की पेंट की मोहरी से घुटने तक सिलाई खुल गयी | आस
संकोच – कहानी मिश्रा जी के परिवार में “पलक” ही एकमात्र संतान है | घर संपन्न है और संस्कारित भी | घर में एक ही संतान होने की वजह से पलक को एक अच्छे साथी का अभाव हमेशा ही महसूस होता है | वह अपनी भीतर क