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अनुज कुमार वर्मा के बारे में

हो गई है पीर पर्वत सी पिघलनी चाहिए इस हिमालय से कोई गंगा निकलनी चाहिए आज यह दिवार परदो की तरह हिलने लगी , शर्त थी लेकिन की यह बुनियाद हिलनी चाहिए। हर सङक, हर गली मे , हर नगर, हर गाँव मे , हाथ लहराते हुए हर लाश चलनी चाहिए । सिर्फ हंगामा खङा करना मेरा मकसद नही, मेरी कोशिश है की ये सुरत बदलनी चाहिए। मेरे सीने मे नही तो तेरे सीने मे सही, हो कही भी आग, लेकिन आग जलनी चाहिए। दिल से......Jai hind ANUJ VERMA

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अनुज कुमार वर्मा की पुस्तकें

anujveer

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अनुज कुमार वर्मा के लेख

पहले मैं होशियार था,

7 फरवरी 2015
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पहले मैं होशियार था, इसलिए दुनिया बदलने चला था, आज मैं समझदार हूँ, इसलिए खुद को बदल रहा हूँ।। बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर... क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है.. मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा, चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना ।। ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है पर सच कहता

आज के दोहे :

7 फरवरी 2015
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आज के दोहे :-नयी सदी से मिल रही, दर्द भरी सौगात!बेटा कहता बाप से, तेरी क्या औकात!!अब तो अपना खून भी, करने लगा कमाल!बोझ समझ माँ-बाप, घर से रहा निकाल!!पानी आँखों का मरा, मरी शर्म औ लाज!कहे बहू अब सास से, घर में मेरा राज!!भाई भी करता नहीं, भाई पर विश्वास!बहन पराई हो गयी, साली खासमखास!!मंदिर में पूजा कर

Barabanki Political Scene of the district

28 जनवरी 2015
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Political Leaders Members of Parliament Members of Vidhan Sahba These days district Barabanki comprises of 53-Barabanki and 54-Faizabad (Partial) Parliamentary constituencies. 53-Barab

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