जब मैं रोती हूँ तो अक्सर मुँह धुल लेती हूँ
क्योंकि आँसू पानी में छिपा लेना मेरी आदत है ।।
कोई मिले जो उस पानी में भी मेरे आँसू पहचान ले;
बस मेरी इतनी सी चाहत है ।।
-संध्या यादव "साही"
7 फरवरी 2022
जब मैं रोती हूँ तो अक्सर मुँह धुल लेती हूँ
क्योंकि आँसू पानी में छिपा लेना मेरी आदत है ।।
कोई मिले जो उस पानी में भी मेरे आँसू पहचान ले;
बस मेरी इतनी सी चाहत है ।।
-संध्या यादव "साही"
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#नवोदयन भगत सिंह भक्त इंकलाब जिन्दाबाद #Rebel गर्ल🖤🖤🖤 #पागल शायर मेरी दुनिया🌍 - मेरी कलम ✍, मेरे सपने , मेरे आदर्श🙏 और मेरे अपने🥰 मेरी पुस्तकें- सच के राही ( ई बुक और पेपर बैक दोनों में उपलब्ध) :कलम से समाजिक दुर्व्यव्हारों पर वार। Silent love ( ई बुक के रूप में उपलब्ध) -कलम की बात -Broken heart -Motivatational quotes and thoughts -I am the rebel D