तेरी यादों के सहारे कुछ सपनों को पाल रक्खा है
तेरी हर एक निशानी को अब तक सम्भाल रक्खा है
मेरी तो जान ही निकल जाती अब तक
मगर मैं जान हूँ तेरी,
यही सोचकर खुद का खयाल रखा है।।
-संध्या यादव "साही"
7 अप्रैल 2022
तेरी यादों के सहारे कुछ सपनों को पाल रक्खा है
तेरी हर एक निशानी को अब तक सम्भाल रक्खा है
मेरी तो जान ही निकल जाती अब तक
मगर मैं जान हूँ तेरी,
यही सोचकर खुद का खयाल रखा है।।
-संध्या यादव "साही"
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#नवोदयन भगत सिंह भक्त इंकलाब जिन्दाबाद #Rebel गर्ल🖤🖤🖤 #पागल शायर मेरी दुनिया🌍 - मेरी कलम ✍, मेरे सपने , मेरे आदर्श🙏 और मेरे अपने🥰 मेरी पुस्तकें- सच के राही ( ई बुक और पेपर बैक दोनों में उपलब्ध) :कलम से समाजिक दुर्व्यव्हारों पर वार। Silent love ( ई बुक के रूप में उपलब्ध) -कलम की बात -Broken heart -Motivatational quotes and thoughts -I am the rebel D