मेरी यादों में उसका बसेरा आज भी है ।
जख्म उसने दिया था,गहरा आज भी है ।।
यूँ तो बहुत मिन्नतें कीं भूलने की उसे;
मगर दिल के दरवाजे पे उसका पहरा आज भी है ।।
- संध्या यादव "साही"
13 फरवरी 2022
मेरी यादों में उसका बसेरा आज भी है ।
जख्म उसने दिया था,गहरा आज भी है ।।
यूँ तो बहुत मिन्नतें कीं भूलने की उसे;
मगर दिल के दरवाजे पे उसका पहरा आज भी है ।।
- संध्या यादव "साही"
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#नवोदयन भगत सिंह भक्त इंकलाब जिन्दाबाद #Rebel गर्ल🖤🖤🖤 #पागल शायर मेरी दुनिया🌍 - मेरी कलम ✍, मेरे सपने , मेरे आदर्श🙏 और मेरे अपने🥰 मेरी पुस्तकें- सच के राही ( ई बुक और पेपर बैक दोनों में उपलब्ध) :कलम से समाजिक दुर्व्यव्हारों पर वार। Silent love ( ई बुक के रूप में उपलब्ध) -कलम की बात -Broken heart -Motivatational quotes and thoughts -I am the rebel D