कई बार लोगों को ऐसा महसूस होता है किउनका यौन जीवन पहले जैसा नहीं रहा है। इसकी वजह दूषित खानपान तथा जीवन शैली होसकती है। पुरुषों के मामलों में कामेच्छा की कमी होना एक आम बात है। ऑफिस मेंप्रतिदिन 8 से 9 घंटे काम करने के बाद कामेच्छा में कमी आ ही जाती है परंतु इसकोबढ़ाना ज्यादा मुश्किल नहीं है। कामेच्
त्रिफला एक आयुर्वेदिक रासायनिक फार्मूला है। जिसका निर्माण करने में आंवला, बहेड़ा तथा हरड़ इन तीन चीजों का उपयोग किया जाता है। प्राचीन काल से आयुर्वेद में त्रिफला का उपयोग बहुत से रोगों के उपचार में किया जाता रहा है। त्रिफला का सेवन बालों की समस्याओं के निदान में अत्यंत लाभ करता है। इसके अलावा मधुमेह,
आज के समय में रक्त में होने वाली अशुद्धिके कारण कई प्रकार की त्वचा संबंधी समस्याएं तेजी से फैलती जा रही हैं। रक्त मेंहोने वाली अशुद्धियो के कारण त्वचा का रंग बदल जाता है, दानेया लालिमा अथवा खुजली होनी शुरू हो सकती है। इसके अलावा चेहरे पर कील मुंहासे जैसीसमस्याएं भी रक्त में होने वाली अशुद्धि के कारण
उच्च रक्तचाप की समस्याआजकल बेहद आम होती जारही है। यह समस्या शरीरमें रक्त के प्रवाह कोतेज कर देती है। इसस्थिति में आप के ह्रदयको अधिक कार्यकरना पड़ता है।रक्त द्वारा धमनियोंपर पड़ने वालेदबाव को उच्च रक्तचाप कहा जाताहै। सामान्यतः हमारीधमनियों में बहने वालेरक्त का एक निश्चित दबाव होताहै। यह दबाव अधिक होज
वर्तमान में स्किनएलर्जी की समस्याकाफी बढ़ती जा रही है।इस समस्या केपीछे प्रदूषण केअलावा अन्य कई कारण होसकते हैं। स्किनसमस्या होने पर स्किन मेंलालिमा होना, लालदाने होना या चकत्ते होहो जाते हैं।इस समस्या मेंस्किन रूखी तथाशुष्क भी हो जाती हैतथा स्किन मेंखुजली की समस्याभी हो सकती है। स्किन एलर्जी होनेकेक
त्वचा की एलर्जी यानि स्किन एलर्जी की समस्या काफी लोगों को है। वर्तमान में काफी लोग त्वचा की एलर्जी से ग्रसित हैं। त्वचा के रंग, रूप में परिवर्तन, त्वचा में छोटे लाल थक्को के साथ खुजली होना अदि इस समस्या के लक्षण हैं। असल में हमारे आसपास कई ऐसी चीजें होती हैं जिनसे यह समस्या हो सकती है। अतः यह समस्य
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशों पर आयुष और स्वास्थ्य मंत्रालय मधुमेह के बाद जल्द ही टीबी की बीमारी के लिए भी आयुर्वेदिक दवाओं का अस्पताल बनाया जाएगाा. ऐसा बताया जा रहा है कि वैज्ञानिकों की टीम हिमाचल में पाई जाने वाली करीब 350 प्रजातियों के पौधों पर रिस