जयश्रीकृष्ण
मित्रगण सुधिजन व पाठकगण
यह पुस्तक एक काव्य प्रस्तुति है,,जो जीवन के रंग के कई दस्तावेज। आपको दिखाएगी,
आप रंगरेज के रंगो का आनंद लीजिएगा।
आप को समर्पित। है आपके प्यार को।
जयश्रीकृष्ण जयश्रीकृष्ण जयश्रीकृष्ण
लेखन को कोई बहुत पुरातन अनुभव नही है ।पर लिखना भाता है।मन के विचारो का बादल शब्दोके बादल बन फुहार करते है तो रचना बनती है।इसमे भावो की सौधी सी महक नूतन प्राण फूंकती है तो पाठक के ह्रदय मे अपने नेह व स्नेह की पौध अंकुरित करती है।
तब उनकी वाह