मैं बजरंगी लाल आजमगढ़ उत्तर प्रदेश का निवासी हूँ और थोड़ी बहुत कविताएँ लिखने का काम करता हूँ |
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<p>मानो तो सब है अपना मानो तो सब पराया,</p> <p>स्वारथ के इस जहां में दौलत से मोह माया,</p> <p>रिश्ते
<div>मैंने सोंचा न था तुम ऐसे बदल जाओगे,</div><div>दरिया दिल हो समन्दर को निगल जाओगे|</div><div>तुम्
<div>मुँह पर मीठी बोलते,दिल में रखते द्वेष,</div><div>ए आस्तीन के साँप हैं,इनसे रहें सचेत|1|</div><d
<div><br></div><div> *गीत*</div><div>प्रेम होता अधूरा