जेनिफर की लाश को उन जुआरियों ने निकाल लिया था। और सारे के सारे जुआरियों का नशा हिरन हो चुका था, ये देख के की इस घर के अंदर जमीन में एक लड़की की लाश वो भी निर्वस्त्र कैसे आई..!
तभी उनमें से एक ने बोला.!! भाई ये क्या बला है.?? ये लड़की कौन है.? और यहां ऐसी हालत में क्यों है.??
उसका जो बॉस था कुछ सोचते हुए बोला!!
लगता है यहां शायद इस लड़की को मार के दफना दिया। गया है।
लेकिन बॉस!! लेकिन को एजेंट ने तो कहा था कि, हम पहले है जिसे ये घर बेच रहा है। फिर कैसे यहां?? वो अपनी बात पूरी भी नहीं कर पाया था कि! सियारो की रोने कि आवाज बहुत जोर से आई!!
अब उन जुआरियों का डर के मारे बुरा हाल हो चुका था।। क्यों की अचानक से सारे जानवर रोने लगे थे।और एक दम से लाईट चली गई थी..!
सबने अपने अपने फोन की फ़्लैश ऑन की और बाहर की ओर बढ़ने लगे। बॉस ने अपने आदमी से कहा कि "लड़की की लाश को भी बाहर ले आओ में अभी एजेंट को कॉल कर के पूछता हूं इसके बारे में फोटो भेज के इसकी..!!
जैसे ही उनमें से दो आदमी लाश लेने के लिए नीचे फ़्लैश लाईट की तो एक दम डर से कांप गए।। क्युकी जेनिफर की लाश अब वहा पे नहीं थी.!!
वो दोनो भागते हुए बॉस के पास जा के बोले! भाई लड़की गायब है। वो वहा नहीं है.! बॉस ने उनको गुस्से में घुरा और कहा। वो लड़की मरी हुई है ऐसे कैसे गायब हो गई??? तुम लोग का नशा उतरा नहीं अभी बॉस ने झिड़क लगाई।।
बॉस ने अपने दूसरे आदमी को अंदर भेजा और कहा।
"जा तू ले कर आ उसे ये पागल हो गए है"।। कुछ देर में वो भी वापस आ के यही बोला कि लड़की की लाश अब वहा नहीं है..! बॉस कुछ बोल पता इससे पहले जो अंदर गया था उसकी चीख से सबका ध्यान उसकी तरफ चला गया था।।
क्या हुआ बे अब चीख क्यों रहा?? एक आदमी ने पूछा। वो भाई के पीछे देख वो लड़की खड़ी है और मुस्कुरा रही है।।
क्या बोल रहा है!!! बॉस ने पलट कर देखा उसके भी तोते उड़ गए। और वो लड़खड़ा के पीछे हो गया। बाकी सबने देखा तो उनका भी वही हाल था।।
कोई कुछ समझ पाता इससे पहले जो बंदा बीच में था, उसके ऊपर पंखा गीरा और उसका सिर किसी तरबूज कि तरह फट गया।। उसका खून सबके ऊपर तो गिरा ही साथ में उसका भेजा भी जगह जगह चिपक गया था।।
सबकी हालत अब खराब हो गई थीं, सब दरवाजे की तरफ भागने लगे लेकिन दरवाजा खुला नहीं।। कोई कोशिश करता दरवाजा खोलने की फिर एक बार चिल्लाने की आवाज आई!!
बचा...आ….ओ ।।। कोई कुछ समझ पाता इससे पहले एक बंदे ने लाईट उधर की जिधर से आवाज आई थी।
लेकिन शायद उसने देख के गलती कर दी थी। उसके दूसरे साथी की लाश पड़ी थी। और वो भी इतने भिभस्त तरीके से की किसी के लिए देख पाना शायद ही आसान होता। उसका शरीर बीच में से दो टुकड़ों में बात गया था। सिर से के कर पैर तक दोनो अलग अलग जगह गिरे थे। और ऊपर से सबसे बड़ी बात ये थी कि। एक तरफ की लाश के छोटे- छोटे टुकड़े हो गए थे।।
इतने में बॉस ने कहा…!
"उसे मत देखो और गेट तोड़ के निकलो यहां से वरना सब मारे जाएंगे"
।। जैसे ही एक बंदा गेट तोड़ने के लिए आगे बड़ा वैसे ही लाईट आ गई। और उन सबके अंदर का डर भी कम हो गया क्युकी लड़की भी कहीं नहीं दिख रही थी।।
वो लोग यही बेड पे थक के बैठ गए। एक बंदा तो रोते हुए लाश के टुकड़ों को पास बैठा था।। शायद जो मरा था खास दोस्त था। बॉस ने कहा..!! ;यहां अब ज्यादा देर रुकना सही नहीं है जल्द से जल्द गेट तोड़ो और निकलो।
दो लोगो के मारने के बाद अब सिर्फ चार लोग और बच्चे थे। जिनमे से दो दरवाजा तोड़ने में लगे थे।बॉस बेड पे ही बैठा कुछ सोच रहा था। और जो लाश के पास बैठा था। वो उस लाश से दूरी बना के दीवार से पीठ सटा के बैठा था। उसने और किसी ने भी ध्यान नहीं दिया था कि, वो जिस दीवार पे पीठ रखा है बाथरूम की ही है।।
तभी कुछ हुआ को सबके लिए चौकने वाला था। एक दम से दो हाथ बाथरूम की दीवार तोड के बाहर आए। जो कि पूरे खून से सने हुए थे,और कहीं कहीं से तो हड्डी भी बाहर निकली हुई दिख रही थी।।
अचानक से दोनो हाथों ने बाथरूम के बाहर वाले बंदे को अंदर खींच लिया.।। जैसे वो चिल्लाया सबने देखा कि वह दीवार टूटी हुई है और उनका साथी वहा नहीं है..!!
तुरंत तीनों बाथरूम की तरफ भागे लेकिन कोई अंदर जा के उसे देखता बॉस ने दोनो को रोक लिया।।। क्युकी वहा हो ही कुछ ऐसा रहा था!!
अंदर मत जाओ देखो बाथरूम कि दीवार आपस में चिपक रही है...
और अब अंदर गए तो उसके साथ हम भी फस सकते है।। बॉस ने कहा;!
तभी एक जोरदार आवाज हुई और बाथरूम की दोनो दीवार आपस में चिपक गई।।।
वो देख के तो सबकी सांसे रुक गई। क्युकी… जैसे वो दीवार वापस सामान्य हुई तो दीवार पे उसकी पिचकी हुई लाश दिखी। जो कि दोनो दीवारों से चिपक गई थी। और जैसे बब्बल गम को खींचने पे लगता है ना वैसे ही वो था।।।
अब वहा कोई एक सेकंड भी नहीं रहने वाला था।। जैसे तैसे दरवाजा तोड़ा गया। और सब बाहर भागे। लेकिन फिर एक बार जोरदार गर्जना हुई!! और उसकी गरज से हर कोई समझ गया था कि,,,। ये कोई आम जानवर नहीं बल्कि शेर है।।।
जल्द ही उन्हें इस बात का सबूत मिल वो भी उनके सामने।भाई ये क्या बला है..?? ऐसा शेर तो कभी नहीं देखा ना सुना डरते डरते एक ने कहा..!! दूसरा कुछ बोलता शेर ने एक बार फिर अपनी हाजरी दी गरज के....।
शेर का आधा हिस्सा सड़ चुका था। उसकी एक आंख पूरी खोखली थी। उसमे सिर्फ अंधेरे के अलावा और कुछ भी नहीं था।। उसका जो हिस्सा सड़ा हुआ था!! वहा पे लंबे लंबे कीड़े चल रहते थे। एक कनखजूरा टाइप बहुत बड़ा सा उसकी आंखो से भी बाहर आया और उसके मुंह में चला गया।।। ये सब देखने के बाद तो अभी सब अपनी जगह डर से कांप रहे थे।।
शेर ने बिना मौका दिए सीधे जंप मारी और एक को अपने पंजों मे जकड़ लिया। वो अपने आप को छुटाने की कोशिश करने लगा लेकिन सब बेकार जा रहा था।। शेर ने उसके पैर को अपने मुंह से पकड़ा और जोर जोर से जमीन में उठा उठा के पटकने लगा।। और साथ में उसके चहरे पे भी कई जगह कटने के निशान गहरे गहरे आ गए थे।। वो इतने में भी नहीं रुका उसके अपने पंजों से सीधे उसके गले पे वार किया और खून कि धारा फूट पड़ी।। और शेर ने उसे उठा के फेक दिया जो सीधा घर के दरवाजे से का टकराया और अपना दम तोड दिया।।
अब बचे थे सिर्फ दो।। बॉस तो उनका कब का आगे भाग चुका था,लेकिन को दूसरा था वो डर के वहीं खड़ा रह गया था।। शेर ने उसके ऊपर ज्यादा मेहनत नहीं की।।। शेर उसके पास गया…. और सीधा अपना पंजा उसके पेट के आर पार कर दिया।।।
अब बचा था सिर्फ बॉस.!! जो कि बिना रुके भगा जा रहा था। वो कहा जा रहा है,किस रास्ते जा रहा है उसे किसी बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था बस बेतहाशा भगा जा रहा था।। तभी उसके पैर से पेड़ की जड़ टकराती है और वो सीधे वो के बल गिरता है..!!
वो पेड़ को गाली देते हुए उठता है कि… सामने वहीं शेर होता है..!!! शेर उसके पास जाता है,और उसके सीने पे पैर रख के सीधे उसके सिर पे अपना मुंह डाल के उसका सिर नोच लेता है।। आधा चेहरा शेर के मुंह में जाता है और बाकी का दिमाग से के कर बाकी हिस्सा वहीं जमीन को लाल कर देता है। उसके बाद ना जाने शेर कहा गायब हो जाता है।।।।
क्रमशः....