राघव को अंदर आता देख कर विधि और घबरा गई ,भागने का कोई रास्ता नहीं बचा उसके पास ,भाग भी नहीं सकती दर्द से कराह रही थी दो कदम चलना तो दूर खड़े होने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी ......राघव पास आकर ,ओह म
अच्छा जी मजाक नहीं मैं सीरियस हूंराघव बाबा हम कब मजाक कर रहे हैं, जब एक बार ये ज़िंदगी आपके हाथों में सौंप दी तो मौत से क्या डरनाजिंदगी आपकी है अब आप इसको जिए या फिर सांसे छीन लें इसमें मेरा बस क