पावन दिवस सुहावन कैसे ?
प्रेम सुमित्र चित्र लखि जैसे ।
अवसर परम पुनीत सुहावन
शब्द विशेष शेष मनभावन
पावन प्रेम सनेह में,आनन्दित हरि गेह।
चंदन वन सुरभित हुआ,पाया साधु सनेह।
राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी
12 दिसम्बर 2019
पावन दिवस सुहावन कैसे ?
प्रेम सुमित्र चित्र लखि जैसे ।
अवसर परम पुनीत सुहावन
शब्द विशेष शेष मनभावन
पावन प्रेम सनेह में,आनन्दित हरि गेह।
चंदन वन सुरभित हुआ,पाया साधु सनेह।
राजकिशोर मिश्र 'राज' प्रतापगढ़ी
1 फ़ॉलोअर्स
लेखन शौक शब्द की मणिका पिरो छंद, यति गति अलंकारित भावों से उदभित रसना का माधुर्य भाव मेरा परिचय है-
D