'मुक्तक
चार पंक्तियाँ भार सम,मुक्तक का सिद्धांत l
पंक्ति तृतीयं मुक्तता , तजि सामंत पदांत ll
व्यंग्य और वक्रोक्ति में , साधें शेर सदृश्य l
पंक्ति तृतीयं सार है , निष्कर्षं परिदृश्य ll
राजकिशोर मिश्र राज प्रतापगढ़ी
7 दिसम्बर 2019
'मुक्तक
चार पंक्तियाँ भार सम,मुक्तक का सिद्धांत l
पंक्ति तृतीयं मुक्तता , तजि सामंत पदांत ll
व्यंग्य और वक्रोक्ति में , साधें शेर सदृश्य l
पंक्ति तृतीयं सार है , निष्कर्षं परिदृश्य ll
राजकिशोर मिश्र राज प्रतापगढ़ी
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लेखन शौक शब्द की मणिका पिरो छंद, यति गति अलंकारित भावों से उदभित रसना का माधुर्य भाव मेरा परिचय है-
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