रिश्ते
रिश्ते खून काहोता हैं, रिश्ता विना खून काभी होता हैं।कोन कितना टिकाऊ कितना मजबूतलोग कहते है खून खून में मिलता हैंशायद अध्र सत्यहैमिल जाता हैं अर्थ ,सम्बेदना ओ के साथरिश्ते का अर्थशास्त्र टिका है अर्थपरधर्म टिका है सम्बेदना ओ पर,भावनाओं परडूब ते जहाज पर खून साथ छोड़ सकता हैंमगर सम्बेदना साथ होने पर खू