मापनी - १२१२२ 12122=============================समझ नहीं है यही सही है lबिना महिष गौ कहाँ दही है llकरें मिलावट जहाँ विदेशी -कहाँ सुखी वे , जगत वही है llगजल लिखूँ मैं कहाँ जहाँ में ,सखे सिखाते विधा यही है llमहा मिलन मन विधा सुसंगम ,सुरभि सुधा ऱस सकल मही है llनहीं लिखे हम कभी कलम से ,कहाँ सुभाषित धरा
जैसे ही मौसम बदलता है तो लोगों को अपनी डाइट पर भी ध्यान देना पड़ता है। कहा जाता है कि स्वस्थ रहने के लिए मौसमी फल व सब्जियों को आहार में शामिल करना चाहिए। लेकिन इसके अतिरिक्त भी कुछ चीजें सेहत के लिए लाभकारी होती हैं। चूंकि अब गर्मी का मौसम शुरू हो चुका है तो ऐसे में जरूरी है कि आपके आहार में शरीर को
गर्मी का मौसम आते ही लोग दही का उपयोग अधिक मात्रा में करने लगते हैं। चूंकि इसकी तासीर ठंडी होती है और यह शरीर के तापमान को बनाए रखती है, इसलिए कभी लोग इसे रायता तो कभी लस्सी तो कभी शेक के रूप में इस्तेमाल करते हैं। वैसे तो आपने भी दही का स्वाद कई रूपों में चखा होगा, लेकिन यह सिर्फ भीतरी तौर पर ही आप