shabd-logo

देनदिनी लेखन प्रतियोगिता

hindi articles, stories and books related to dendini-lekhan-pratiyogita


आ गई बारिश, आ गई बारिश।  छम-छम करती आई है बारिश।  आसमान में काले बादल।  जोर से गरजते हैं बादल।  फिर बरखा गिराते हैं बादल। दूर बागों में बारिश में नाचते मोर।  बारिश में अपने पंख फैलाकर नाचते मो

एक इंसान को मारती है, गरीबी।  इंसान की ख्वाहिशें पूरी नहीं होने देती, गरीब।   एक इंसान के लिए श्राप होती है,  गरीबी। दो वक्त की रोटी भी नहीं खाने देती, गरीबी।   एक इंसान को आगे बढ़ने से रोकती है,

मोर, मोर, मोर, मोर। कितने सुंदर पक्षी हैं मोर।  सबको अपनी सुंदरता से भाता मोर।  देखो, कितना सुंदर है मोर। सिर पर मोर की होती है कलगी।  मोर की पोशाक होती है रंग-बिरंगी।  पोशाक पर हैं डिज़ाइन निराल

रंग-बिरंगी सुंदर तितलियां। फूलों पर बैठती तितलियां। हर किसी के मन को भाती तितलियां। रंग-बिरंगी सुंदर,… रंग-बिरंगे फूलों पर बैठकर। फूलों के रंगों से ही अपने पंख सजाती तितलियां, सुंदर पंखों की वज

करू मैं परमात्मा से यहीं अरदास,  मैं नहीं बनना चाहता आम या ख़ास।   करू मैं परमात्मा से यहीं अरदास , मुझे धन-दौलत नहीं चाहिए, बस मेरे अपने हों मेरे पास।   करू मैं परमात्मा से यहीं अरदास,  मुझ पर अ

featured image

जब से मोबाइल फोन आया है तब से बच्चो ने खेलना बंद किया है सारा दिन मोबाइल फोन में गेम ही खेलते हैं अब हमसे बात करना भी भूल गए हैं वो भी क्या दिन थे जब बच्चे, …………  वो भी क्या दिन थे जब बच्चे हस्ते खेल

कब परमात्मा ने संसार बनाया,  यह बात आज तक कोई नहीं जान पाया।  जब संसार बना, तब कौन सा दिन था,  कौन सी थी तिथि, कौन सी थी ऋतु,  अब तक कोई न बता पाया।  जो सृजनहार इस जगत को पैदा करता है,  वही बता

करे कीर्त कमाई ईमानदारी से।  जरूरतमंदों की सहायता करे,  अपनी कमाई से बांटकर खाना चाहिए सबके साथ।   एक दिन खाने की मदद से पेट भरेगा,  वह मगता रह जाएगा फिर,  हे मानव जरूरतमंदों की ऐसी सहायता कर,  

कुदरत ने हमें बहुत कुछ दिया है।  हमारी कितनी जरूरतों को पूरा किया है।  कुदरत की देन का एहसान आज तक कोई नहीं चुका पाया। कुदरत ने हमें पीने को पानी के स्रोत दिए हैं। समुद्र, नदियाँ और झरने दिए हैं

हमारी किस्मत खुद नहीं बदलती,  किस्मत को हमें बदलना पड़ता है।  हमारे माता-पिता तो हमें रास्ता दिखा सकते हैं,  उस रास्ते पर हमें खुद चलना पड़ता है। जो किस्मत बदलने के सहारे बैठ जाता है,  मुश्किलों

राम, शाम और मिनी दादी जी के पास जाते हैं दादी जी से कहानी सुनाने के लिए। दादी जी भी बच्चों से कहती हैं, "आओ बच्चों, तुम्हें सुनाएंगी कहानियां और तुम्हें बताएंगी बातें पुरानी।" राम दादी से सवाल करता

वह हर व्यक्ति खास है। जिसे लगन से मेहनत करने की प्यास है, जिसको दुखों में भी सुख मिलने की आस है। वह हर व्यक्ति खास है,…............... कभी भी इंसानियत से मुख न मोड़ें, गरीब अमीर जानकर रिश्तेदारी न ज

संबंधित किताबें

संबंधित टैग्स

किताब पढ़िए