shabd-logo

तितलियाँ

17 फरवरी 2023

8 बार देखा गया 8
empty-viewयह लेख अभी आपके लिए उपलब्ध नहीं है कृपया इस पुस्तक को खरीदिये ताकि आप यह लेख को पढ़ सकें
15
रचनाएँ
जिंदगी के मोड़
0.0
मैने अपनी इस पुस्तक में हमारी ज़िंदगी के कई मोड़ों पर कविताएं लिखने की कोशिश की है।
1

वह हर व्यक्ति खास है।

6 फरवरी 2023
1
0
0

वह हर व्यक्ति खास है। जिसे लगन से मेहनत करने की प्यास है, जिसको दुखों में भी सुख मिलने की आस है। वह हर व्यक्ति खास है,…............... कभी भी इंसानियत से मुख न मोड़ें, गरीब अमीर जानकर रिश्तेदारी न ज

2

संकेत

7 फरवरी 2023
1
0
0

राम, शाम और मिनी दादी जी के पास जाते हैं दादी जी से कहानी सुनाने के लिए। दादी जी भी बच्चों से कहती हैं, "आओ बच्चों, तुम्हें सुनाएंगी कहानियां और तुम्हें बताएंगी बातें पुरानी।" राम दादी से सवाल करता

3

सफलता की कुंजी

9 फरवरी 2023
1
0
0

हमारी किस्मत खुद नहीं बदलती,  किस्मत को हमें बदलना पड़ता है।  हमारे माता-पिता तो हमें रास्ता दिखा सकते हैं,  उस रास्ते पर हमें खुद चलना पड़ता है। जो किस्मत बदलने के सहारे बैठ जाता है,  मुश्किलों

4

कुदरत

10 फरवरी 2023
0
0
0

कुदरत ने हमें बहुत कुछ दिया है।  हमारी कितनी जरूरतों को पूरा किया है।  कुदरत की देन का एहसान आज तक कोई नहीं चुका पाया। कुदरत ने हमें पीने को पानी के स्रोत दिए हैं। समुद्र, नदियाँ और झरने दिए हैं

5

मदद

11 फरवरी 2023
1
0
0

करे कीर्त कमाई ईमानदारी से।  जरूरतमंदों की सहायता करे,  अपनी कमाई से बांटकर खाना चाहिए सबके साथ।   एक दिन खाने की मदद से पेट भरेगा,  वह मगता रह जाएगा फिर,  हे मानव जरूरतमंदों की ऐसी सहायता कर,  

6

कलियुग

12 फरवरी 2023
0
0
0

कब परमात्मा ने संसार बनाया,  यह बात आज तक कोई नहीं जान पाया।  जब संसार बना, तब कौन सा दिन था,  कौन सी थी तिथि, कौन सी थी ऋतु,  अब तक कोई न बता पाया।  जो सृजनहार इस जगत को पैदा करता है,  वही बता

7

मोबाइल फोन के बाहर के खेल

15 फरवरी 2023
0
0
0

जब से मोबाइल फोन आया है तब से बच्चो ने खेलना बंद किया है सारा दिन मोबाइल फोन में गेम ही खेलते हैं अब हमसे बात करना भी भूल गए हैं वो भी क्या दिन थे जब बच्चे, …………  वो भी क्या दिन थे जब बच्चे हस्ते खेल

8

जात-पात को करे खत्म

8 दिसम्बर 2024
0
0
0

जिसकी हों ऊंची जात, वही नहीं ऊंचा।  ऊंची जात के लोग करते हैं छोटी जात,  वालों की निंदा और भीटिया,  देखना भी पसंद नहीं करते उनका परछाया।   जिस मानव की है ऊंची जाति,  उसमें क्रोध, वैर और किसी के लि

9

सच्चे दोस्त माता पिता

8 दिसम्बर 2024
0
0
0

समय हमारे साथ नहीं चलता,  हमें समय के साथ चलना पड़ता है।  बुरे वक्त में सभी साथ छोड़ जाते हैं,  सबके साथ छोड़ने के बाद भी अकेले,  माता-पिता ही होते हैं,  जो मरते दम तक भी हमारा साथ नहीं छोड़ते। 

10

प्रार्थना

16 फरवरी 2023
0
0
0

करू मैं परमात्मा से यहीं अरदास,  मैं नहीं बनना चाहता आम या ख़ास।   करू मैं परमात्मा से यहीं अरदास , मुझे धन-दौलत नहीं चाहिए, बस मेरे अपने हों मेरे पास।   करू मैं परमात्मा से यहीं अरदास,  मुझ पर अ

11

रोटी की कीमत

8 दिसम्बर 2024
1
0
0

जिन्हें बनी-बनाई रोटी आसानी से हो जाती है नसीब,  वही लोग रोटी की कीमत नहीं जानते।  बनी-बनाई रोटी पर अनेकों नखरे दिखाते हैं।  जिन लोगों को सारा दिन काम करके भी दो वक्त की रोटी बड़ी मुश्किल से खाने क

12

तितलियाँ

17 फरवरी 2023
0
1
0

रंग-बिरंगी सुंदर तितलियां। फूलों पर बैठती तितलियां। हर किसी के मन को भाती तितलियां। रंग-बिरंगी सुंदर,… रंग-बिरंगे फूलों पर बैठकर। फूलों के रंगों से ही अपने पंख सजाती तितलियां, सुंदर पंखों की वज

13

मोर

18 फरवरी 2023
0
0
0

मोर, मोर, मोर, मोर। कितने सुंदर पक्षी हैं मोर।  सबको अपनी सुंदरता से भाता मोर।  देखो, कितना सुंदर है मोर। सिर पर मोर की होती है कलगी।  मोर की पोशाक होती है रंग-बिरंगी।  पोशाक पर हैं डिज़ाइन निराल

14

गरीबी एक श्राप

25 फरवरी 2023
0
0
0

एक इंसान को मारती है, गरीबी।  इंसान की ख्वाहिशें पूरी नहीं होने देती, गरीब।   एक इंसान के लिए श्राप होती है,  गरीबी। दो वक्त की रोटी भी नहीं खाने देती, गरीबी।   एक इंसान को आगे बढ़ने से रोकती है,

15

आ गई बारिश।

28 फरवरी 2023
0
0
0

आ गई बारिश, आ गई बारिश।  छम-छम करती आई है बारिश।  आसमान में काले बादल।  जोर से गरजते हैं बादल।  फिर बरखा गिराते हैं बादल। दूर बागों में बारिश में नाचते मोर।  बारिश में अपने पंख फैलाकर नाचते मो

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए