भूवैज्ञानिक, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग,खान मंत्रालय
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मेरे दोस्त मेरे रुख़शत पे मेरी कहानी लिखना। कैसे बर्बाद हुआ आशिक़ बस अपनी जुबानी लिखना। लिखना की, कैसे सीने पे दरिया लिए फिरता था। कैसे सूख गया ऑंख से पानी लिखना।। लिखना की ,उमर भर सिर्फ उसके लिए दुआ