Devaram Bishnoi
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बिश्नोई धर्म एवं पर्यावरण संरक्षण
बिश्नोई समाज पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र में अग्रणी भूमिका में हैं। वन एवं वन्य जीव पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र में निश्चित रूप से बिश्नोई सामाजिक कार्यकर्ता सामुहिक जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। बिश्नोई धर्म के लोग शुद्ध शाकाहारी भोजन ग्रहण करने वाले हैं। बि
बिश्नोई धर्म एवं पर्यावरण संरक्षण
बिश्नोई समाज पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र में अग्रणी भूमिका में हैं। वन एवं वन्य जीव पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र में निश्चित रूप से बिश्नोई सामाजिक कार्यकर्ता सामुहिक जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। बिश्नोई धर्म के लोग शुद्ध शाकाहारी भोजन ग्रहण करने वाले हैं। बि
बिश्नोई धर्म प्रवेश
गुरु श्री जम्भेश्वर महाराज ने बिश्नोई धर्म स्थापना विक्रम संवत-1542 कार्तिक वदीअष्टमी को समराथल धोरा मुकाम पर पवित्र पाहल कलश स्थापना करके सर्व प्रथम पुलोजी पंवार राजपूत को पाहल देकर बिश्नोई बनाया। उनतीस नियम पालन हेतू एवं120 शब्दवाणी उपदेश सुनायें।
बिश्नोई धर्म प्रवेश
गुरु श्री जम्भेश्वर महाराज ने बिश्नोई धर्म स्थापना विक्रम संवत-1542 कार्तिक वदीअष्टमी को समराथल धोरा मुकाम पर पवित्र पाहल कलश स्थापना करके सर्व प्रथम पुलोजी पंवार राजपूत को पाहल देकर बिश्नोई बनाया। उनतीस नियम पालन हेतू एवं120 शब्दवाणी उपदेश सुनायें।