देवेन्द्र सिंह एक साधारण इंसान है , इन्टरनेट की दुनिया में वेबसाइट प्रमोशन के प्रोफेशन में पिछले ७ सालो से काम कर रहा हु.
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पग पग संकट इस दुनिया में, दोस्त गरीब इन्सान को |देता है भगवन भी दौलत, दौलतमंद इन्सान को ||भूख मिटाता सबकी है वो, भूखा रहकर हर शाम को |कर दे अर्पण अपना सबकुछ ,दौलत वालों की आराम को ||जुल्म है सहना पड़ता उसको , हर दिन हर शाम को |दौलत की खातिर ही बेंचे, इन्सान ही इन्सान को ||पग पग संकट इस दुनिया में, द
आप आदर्श है हमारे, हम आपको चाहते है.प्यार करते है आपसे ,आप जैसा बनाना चाहते है..आप सदा इस दुनिया में आबाद रहे.कोई बंधन न हो दुखो का, आप आजाद रहे..हम तो सजदा करते है , खुदा से दिन रात यही.न करे मुझको कोई, आपसे जुदा कभी..आंसू होते है आँखों में, काँटों सी चुभती बातें .जब याद आती है, वो गुजरी हुयी यादें