सोहम और अनामिका बचपन के दोस्त है, सब उनकी दोस्ती की तारीफ करते है।जब कोई कहता तुम दोनो बेस्ट कपल्स हो तब सोहम तपाक से कहता है, नही हम अच्छे दोस्त है, इस बात से अनामिका का दिल टूट जाता है, वो सोचती अगर मैंने उसे कहा कि मै प्यार करती हूँ , तो हमारी दोस्ती ना टूट जाए इसलिए वो चुप रह जाती है। उधर अनामिका के घरवाले उससे शादी की बात करते है तो वो टाल जाती है ।अगले दिन वो सोहम से कहती है कि मेरे घरवाले मेरे लिए रिश्ता देख रहे है तो सोहम बीच मे टोक देता है अच्छी बात है करले शादी नही तो उम्र निकल जाऐगी। इस बात से (अनु) अनामिका नराजगी से बोलती है कि तुम्हे कोई फर्क नही पड़ता है, सोहम कहता मुझे क्यो फर्क पड़ने लगा मै तो कहता हू पीछा छूटे तुम से ये सुनकर अनु गुस्से से चली जाती है। और अपने माता-पिता से कहती है कि मै रिश्ते के लिए तैयार हूँ । उसकी माँ खुश होकर कहती है कि मै लड़के वालो को फोन कर के बुला लेती हूँ। तुम तैयार हो जाओ अनु हाँ मे सिर हिला कर अपने कमरे मे चली जाती है। और तैयार होने लगती है और मन मे कहती है कि सोहम को सबका प्यार दिखाई देता है सिवाय मेरे मेरा प्यार दिखाई नही देता है ।नराजगी के कारण अनु अभी तैयार नही हो पाई और बहार से बहुत सारे लोगो की एक साथ हँसने की आवाज आने लगी. तभी अनामिका की माँ उसे आवाज देकर बुलाती है, और कहती है देखो तुम से मिलने कौन आया है, वो बहार आकर देखती है तो सोहम अपने परिवार के साथ आया हुआ है और ये देख अनामिका नराजगी से बोलती है तुम क्या कर रहे हो यहा जाओ यहा से मुझे देखने के लिए लड़के वाले आ रहे है।यह सुनकर सोहम और उसके परिवार वाले हँसने लगते है, तभी अनामिका के माँ-बाप अनामिका से कहते है कि हमने तुम्हारा रिश्ता सोहम से तय कर दिया है तुम दोनो एक दूसरे से प्यार करते हो ना इसलिए तुम दोनो का रिश्ता तय कर दिया है।सोहम कहता है कि पागल मै तुम से बचपन से प्यार करता हूँ ।मैंने इसलिए तुम से नही कहा कि कही हमारी दोस्ती ना टूट जाए।अनामिका कहती है मै भी तुम्हे बचपन से प्यार करती हूँ। इसलिए नही बोल पाई कि तुम नाराज ना हो जाओ। तभी दोनो की आँखो मे आंसु आ जाते है, तभी सोहम और अनामिका एक साथ बोल पड़ते है, कि हम सिर्फ अच्छे दोस्त है। दोस्त से ज्यादा कुछ नही क्योंकि रिश्ते टूट सकते है दोस्ती नही ।